मुंबई। आम आदमी पार्टी संयुक्त शेतकरी कामगार मोर्चे का मुंबई में स्वागत करती है और 24 जनवरी से 26 जनवरी तक आज़ाद मैदान के धरना प्रदर्शन में पूरी ताकत से शामिल होगी। पार्टी नेता धनंजय रामकृष्ण शिंदे और उनकी टीम आयोजकों की मुख्य टीम के साथ मिलकर विरोध प्रदर्शन की तैयारी में पिछले कई दिनों से जुटी है और पार्टी की राष्ट्रीय नेता प्रीति शर्मा मेनन और पार्टी के महाराष्ट्र संयोजक रंगा राचुरे भी विरोध प्रदर्शन में भाग लेंगे। आम आदमी पार्टी एकमात्र राजनीतिक दल है जो दिल्ली बॉर्डर पर विरोध प्रदर्शनों की शुरुआत से ही किसानों के साथ एकजुट रहा है और कृषि विधेयकों के खिलाफ मुखर रहा है।
पार्टी सांसद संजय सिंह और भगवंत मान विरोध को संसद तक ले गए , जब उन्होंने खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने विरोध प्रदर्शन किया! पार्टी नेताओं ने दिल्ली विधानसभा में विरोध प्रदर्शन किया, कृषि कानूनों के खिलाफ विधानसभा में प्रस्ताव पारित किया और घोषणा की कि ये कानून दिल्ली में लागू नहीं होंगे और दिल्ली विधानसभा में मुख्यमंत्री श्री अरविंद केजरीवाल ने विधेयकों की प्रतियां फाड़ दीं। यह अरविंद केजरीवाल ही हैं जिन्होंने दिल्ली के कई स्टेडियम को जेलों में बदलने की अनुमति देने से इनकार करते हुए प्रदर्शनकारी किसानों को जेलों में डालने के मोदी सरकार के नापाक इरादे को नाकाम किया था। आम आदमी पार्टी ने तब से "आप की रसोई" से लेकर - निरंतर भोजन, टेंट, जल आपूर्ति, शौचालय, चिकित्सा देखभाल, वाईफाई और ऐसी कई सुविधाएं प्रदर्शन स्थल पर मुहैया कराई हैं।
पार्टी नेता और कार्यकर्ता प्रदर्शनकारियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं और अरविंद केजरीवाल जी खुद सेवादार के रूप में विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए। आम आदमी पार्टी की राष्ट्रीय नेता प्रीति शर्मा मेनन ने कहा, "भाजपा और कांग्रेस दोनों पार्टियों की सरकारें किसानों की आजीविका को नष्ट करने में लगी रही हैं। उनमें से किसी ने भी कभी स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशें लागू नहीं कीं। यहाँ महाराष्ट्र राज्य किसान आत्महत्या की राजधानी बना हुआ है क्योंकि सरकारें गरीब किसानों को लूटती आ रही हैं। सिंचाई घोटाले से लेकर अरहर दाल घोटाले तक, उन्होंने किसानों को लूटने का कोई भी अवसर नहीं छोड़ा है।
भाजपा सरकार ने देश को अंबानी और अदानी जैसे कॉर्पोरेट के हाथों बेच दिया है, लेकिन कांग्रेस भी कम नहीं है अमरिंदर सिंह खुद उस समिति का हिस्सा थे, जिसने ऐसे किसान विरोधी कृषि कानून बनाए। आम आदमी पार्टी के महाराष्ट्र संयोजक रंगा राचुरे ने संयुक्त शेतकरी कामगार मोर्चा को समर्थन घोषित करते हुए कहा है। आम आदमी पार्टी शुरू से ही किसानों के साथ खड़ी रही है और हम इस लड़ाई को तब तक जारी रखेंगे जब तक कि कृषि विधेयकों को वापस नहीं लिया जाता।