5 महीने की बच्ची को 22 करोड़ का इंजेक्शन लगना है,16 करोड़ जुटे, 6 करोड़ टैक्स माफ

Update: 2021-02-10 07:37 GMT

मुंबई। 5 महीने की तीरा के जिंदा रहने की उम्मीद अब बढ़ गई है। उसे SMA Type 1 बीमारी है, जिसका इलाज अमेरिका से आने वाले Zolgensma इंजेक्शन से ही मुमकिन है। यह करीब 16 करोड़ रुपए का है। करीब 6 करोड़ रुपए टैक्स अलग से चुकाना होता। तब इसकी कीमत 22 करोड़ रुपए हो जाती। पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की चिट्‌ठी पर PM नरेंद्र मोदी ने टैक्स माफ कर दिया है। इंजेक्शन नहीं लगने पर बच्ची बमुश्किल 13 महीने और जिंदा रहती। तीरा कामत को 13 जनवरी को मुंबई के SRCC चिल्ड्रन हॉस्पिटल में भर्ती किया गया था। उसके एक फेफड़े ने काम करना बंद कर दिया था, इसके बाद उसे वेंटिलेटर पर रखा गया था।

उसके इलाज के लिए अमेरिका से 16 करोड़ रुपए का जोलगेंसमा नाम का एक इंजेक्शन आने वाला है और इस पर 6.5 करोड़ रुपए का टैक्स लग रहा था, जिसे अब छूट दे दी गई है। डॉक्टर्स के मुताबिक, इस बिमारी में बच्ची की लाइफ सिर्फ 18 महीने हो सकती है, अमेरिका से लाया गया इंजेक्शन काफी जरूरी था। फडणवीस ने अपने पत्र में अपील की थी कि बाहर से आने वाले इंजेक्शन में टैक्स की छूट दी जाए ताकि बच्ची का इलाज हो सके। जिसपर पीएमओ की ओर से एक्शन लिया गया और टैक्स में छूट दे दी गई। इसकी जानकारी भी देवेंद्र फडणवीस की ओर से सोशल मीडिया में दी गई है।

गौरतलब है कि इंसानों के शरीर में एक जीन होता है, जो प्रोटीन बनाता है और इससे मांसपेशियां और तंत्रिकाएं जीवित रहती हैं। इस स्थिति में तीरा के शरीर में यह जीन मौजूद नहीं था। इस वजह से उनका शरीर प्रोटीन नहीं बना पा रहा था। तीरा के शरीर की तंत्रिकाएं निर्जीव होने लगी थीं। दिमाग की मांसपेशियां भी कम सक्रिय हो रही थीं और वह निर्जीव होती जा रही थीं। सांस लेने से लेकर भोजन चबाने तक, मस्तिष्क की मांसपेशियों से संचालित होता है। तीरा के शरीर में यह सब नहीं हो रहा था। 

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