मुंबई। रक्षा बंधन इस बार तीन अगस्त को है। इस दिन भाई की दीर्घायु के लिए बहनें कलाई में राखी बांधती हैं और बहन की रक्षा करने का वचन भाई देता है। इस बार सावन पूर्णिमा पर अद्भुत संयोग इसे खास बना रहा है, जबकि सावन का आखिरी सोमवार भी पड़ रहा है।
ज्योतिषाचार्य पंडित पीआर.रवि ने बताया कि इस साल सर्वार्थ सिद्धि और आयुष्मान दीर्घायु का शुभ संयोग बन रहा है। पूर्णिमा दो अगस्त रात 8.36 बजे लग जाएगी जो तीन अगस्त को रात 8.21 बजे तक रहेगी। सुबह 8. 29 बजे तक भद्रा के कारण बहनें, भाइयों की कलाई पर राखी सुबह 8.30 बजे से पूर्णिमांत यानी रात 8.21 बजे तक बांध सकेंगी। सावन पूर्णिमा पर स्नान-दान का भी विधान है। सावन का अंतिम सोमवार होने से रुद्राभिषेक-पूजन आदि के विधान अनुष्ठान भी पूरे किए जाएंगे। इसी दिन वैदिक ब्राह्माण श्रावणी उपाकर्म के विधान भी पूरे करेंगे। कोरोना संकट के कारण सभी अनुष्ठान घर में ही करने होंगे।
राखी बांधने का शुभ मुहूर्त-
प्रातः काल भद्रा के बाद
09:27 से 21:17 तक
अपराह्न मुहूर्त
दोपहर 01:47 से 04:28 तक
प्रदोष मुहूर्त
रात्रि 07:10 से 09:17 तक