Basant Panchami 16 फरवरी को,कैसे करें मां सरस्वती की पूजा?

वर दे, वीणावादिनी वर दे

Update: 2021-02-12 01:30 GMT

बसंत पंचमी 16 फरवरी मंगलवार को रेवती नक्षत्र में मनाई जाएगी. बसंत पंचमी के दिन ज्ञान की देवी माता सरस्वती की पूजा की जाती है. शुभ कार्य, शादी-विवाह स्वयं सिद्ध माना गया है. इस दिन विवाह के लिए शुभ और दिव्य संयोग का निर्माण हो रहा है. इस शुभ संयोग में सभी प्रकार के शुभ और मांगलिक कार्य किये जा सकते है. इसी दिन सिद्धि और सर्वार्थसिद्धि योग का संयोग भी बन रहा है. वैदिक ज्योतिष के अनुसार जब योग और नक्षत्रों का विशेष संयोग बन रहा हो तो उस समय विवाह करना अत्यंत शुभ माना जाता है.

वैसे भी बसंत पंचमी स्वयं सिद्ध मुहूर्त होता है. बसंत पंचमी के दिन विशेष संयोग होने से यह दिन शुभ कार्यों के लिए अति उत्तम हो गया है. जिन लोगों के विवाह का संयोग नहीं बन पा रहा है, कोई ना कोई बाधा आ रही है, वे लोग इस दिन भगवान श्रीगणेश सहित पूरे शिव परिवार का पूजन करेंगे तो जल्दी ही उनके विवाह का योग बनने लगेगा.जिन लोगों के दांपत्य जीवन में परेशानी आ रही है. पति-पत्नी के बीच अनबन चल रही है, तो वे लोग बसंत पंचमी के दिन पीले पुष्पों से मां दुर्गा का पूजन करें. किसी सुहागिन स्त्री को सुहाग की सामग्री भेंट करें तो वैवाहिक जीवन में आ रहीं समस्त परेशानियां दूर हो जाएंगी.अगर आप प्रेम संबंध पाना चाहते हैं

अथवा आपका पुराना प्रेम संबंध टूट गया है, प्रेमी-प्रेमिका के बीच अनबन हो गई है तो बसंत पंचमी के दिन अनेक रंगों के सुगंधित फूलों से कामदेव का ध्यान करते हुए पूजन करें. और अपने मन में प्रेमी या प्रेमिका की छवि लाएं. जिसे आप पाना चाहते हैं, तो शीघ्र वह आपके पास आ जाएगा. धन संबंधी परेशानी के लिए आप अथवा लगातार आपको धन हानि हो रही है, तो बसंत पंचमी के दिन देवी महालक्ष्मी का लाल गुलाब के फूलों से पूजन करें. इसके बाद मिश्री का भोग लगाएं।

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