मुंबई: विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा मंकीपॉक्स को अब वैश्विक महामारी घोषित कर दिया गया है। भारत में भी अब मंकीपॉक्स के मरीज पाए गए हैं। लेकिन लंदन के डॉ. संग्राम पाटील बता रहे है कि मंकीपॉक्स वास्तव में क्या है, इसकी गहन जानकारी दे रहे हैं, क्या इससे मरीज की जान को खतरा हो सकता है, क्या मंकीपॉक्स भी कोरोना जैसी लहरों में आता है। यह वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में मंकीपॉक्स से संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से फैलता है। खासकर यदि आप किसी संक्रमित व्यक्ति के शरीर पर दाने को छूते हैं। मंकीपॉक्स से संक्रमित व्यक्ति को छूने के अलावा कपड़े, तौलिये, बिस्तर आदि बांटने से भी यह संक्रमण फैलता है। यह संक्रमण संक्रमित व्यक्ति के खांसने या छींकने से निकलने वाली बूंदों से भी एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैल सकता है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विभिन्न देशों में मंकीपॉक्स संक्रमण के बढ़ते केस को देखते हुए प्रदेश में सावधानी बरते जाने के निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने आला अधिकारियों को मंकीपॉक्स के लक्षण, उपचार आदि के बारे में भारत सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार आमजन को जागरूक करने के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि संदिग्ध लक्षण वाले लोगों के रक्त आदि की जांच कराएं। भले ही अभी मंकी पॉक्स को लेकर कोई केस सामने नहीं आया हो, पर प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग ने अपनी तैयारियों को शुरू कर दिया। स्वास्थ्य विभाग ने प्रदेश में पूरी सतर्कता बरत रही है साथ ही विभाग की ओर से राजकीय मेडिकल कॉलेज में दस बेड का वार्ड भी बनाने के निर्देश दिए गए हैं। गाजियाबाद में मंकीपॉक्स के दो संदिग्ध मामले मिले हैं। इनमें से एक मरीज को दिल्ली के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जबकि दूसरे संदिग्ध मरीज का सैंपल जांच के लिए पुणे भेजा गया है. उसे घर भेज दिया गया है।Monkeypox Case And Test: उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में मंकीपॉक्स एक महिला में मंकीपॉक्स के लक्षण दिखने के बाद हड़कंप मच गया। महिला का सैंपल जांच के लिए लखनऊ की लैब में भेजा गया, जहां उसकी रिपोर्ट निगेटिव आई।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इसे हेल्थ इमरजेंसी घोषित कर चुका है। मंकीपॉक्स एक वायरस है, जो संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से फैलता है। संक्रमित व्यक्ति में चेहरे, हथेलियों, पैरों, पीठ व पैर के तलवे में चकत्ते बन जाते हैं। बीमारी को लेकर सावधानी बेहद जरूरी है। इसके लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लें। लक्षण व इलाज के लिए एडवाइजरी भी हुई जारी कोरोना संक्रमण के बाद देश भर में तेजी से फैल रहे मंकी और चिकन पॉक्स बीमारी को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी कर लक्षण एवं इलाज के लिए एडवाइजरी भी जारी की है। शासकीय सहित निजी अस्पतालों में इलाज के लिए संदिग्ध मरीजों के सैंपल पुणे स्थित लैब भेजे जाएंगे। एकनाथ शिंदे (मंकीपॉक्स पर) - हमारा स्वास्थ्य विभाग अलर्ट पर है, इस संबंध में आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।
रांची देश में कोरोना वायरस का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है इसी बीच अब नया मामला मंकीपॉक्स ने देश में अपना पांव रख दिया है. बता दें, देश में मंकीपॉक्स के अब तक 4 मामले सामने आए थे. जो अब बढ़कर 5 हो गया है. आपको बता दें, यह पांचवां मामला झारखंड के गढ़वा शहर से मिला नई दिल्ली: मंकीपॉक्स वायरस ने राजधानी में दस्तक दे दी है। दिल्ली में मंकीपॉक्स का पहला मामला सामने आया है। पश्चिमी दिल्ली में रहने वाले 32 वर्षीय व्यक्ति को पॉजिटिव पाया गया है। दिल्ली में मंकीपॉक्स के मरीज की कोई ट्रेवल हिस्ट्री नहीं है। मंकीपॉक्स के नोडल अस्पताल, LNJP हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। मरीज में बुखार और त्वचा पर घाव जैसे लक्षण दिखने पर भर्ती कराया गया था। दिल्ली वाले केस को मिलाकर भारत में मंकीपॉक्स के अब कुल चार मामले हो गए हैं, बैंगलोर सबसे पहले मामला आया था ।