मौत के मुंह से बचा नवजात

Update: 2020-07-17 23:34 GMT

मुंबई. दुनिया में कोरोना का कहर जारी है। इस हालात में अहमदनगर जिले में पैदा हुए नवजात सांस लेने में तकलीफ होने लगी। अभिभावकों ने तुरंत बच्चे को उपचार के लिए मुंबई के जेरबाई वाडिया अस्पताल का रूख किया. नवजात के दिल की बीमारी को दूर करने के लिए वाडिया हॉस्पीटल के डॉक्टरों ने बलून एओर्टिक वाल्वोटॉमी आपरेशन कर बच्चे को जीवन दान दिया। घर पहुंचने के बाद परिवार वालों में खुशी का ठिकाना नहीं रहा। नवजात का वजन भी मात्र २.५ किलो का था। इकोकार्डियाग्राफी की जांच करने के बाद नवजात की सांस तेज चलने साथ ही दिल में ब्लाक था। चिंतित परिवार वाले तुरंत अहमदनगर से बाई जेरबाई वाडिया हॉस्पीटल में इलाज के लिए भरती करवाया था। नवजात के पिता ने बताया कि कोरोना की वजह से हम इतने डर गए थे कि कुछ समझ में नहीं आ रहा था। बेटा पैदा होने से हम काफी खुश थे, मगर जब पता चला कि बच्चे को दिल की बीमारी है। तो हमें काफी झटका लगा था। वाडिया ग्रुप ऑफ हॉस्पिटलच्या सीईओ डॉ. मिनी बोधनवाला ने बताया कि वाडिया अस्पताल में कोविड-19 बीमारी के वावजूद यहां के डाक्टर, सभी स्टाफ अच्छे से काम कर रहे हैं।

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