फोन बंद करके क्यों रखा है एकनाथ शिंदे ने, गुजरात के सूरत में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सी.आर पाटील से मिले और वहीं रूके है?

क्या करेगी महाराष्ट्र सरकार!!

Update: 2022-06-21 06:10 GMT

मुंबई: महाराष्ट्र विधान परिषद चुनाव भाजपा के सामने हारी महाविकास आघाडी सरकार  के सामने संकट बढ़ता ही जा रहा है।  पहले से कुर्सी के तीन टोंके  पर खडी सरकार यानी तीन प्रमुख दल शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, कांग्रेस की युकि कर शरद पवार ने महाराष्ट्र में सरकार स्थापित महाविकास आघाडी नाम दिया। सूत्रों के हवाले से खबर है कि विधान परिषद चुनाव के बाद शहरी विकास मंत्री एकनाथ शिंदे का फोन बंद आ रहा है। राजनीतिक सूत्रों से पता चला है कि सरकार एकनाथ शिंदे नहीं रहना चाहते है? तो क्या इस मतलब निकाले कि पहले से कुर्सी ठेके पर खडी सरकार गिर जाएगी!!

शिवसेना विधायक एकनाथ शिंदे 11 विधायकों के साथ पहुंचे सूरत, उद्धव सरकार पर संकट के बादल छाऐं। राज्यसभा चुनाव के बाद महाविकास अघाड़ी और उद्धव ठाकरे की परेशानियां बढ़ती ही जा रही हैं। शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे काफी समय से नाराज चल रहे थे।  कही ना कही एकनाथ शिंदे को लग रहा था कि पार्टी में उनकी उपेक्षा की जा रही है, जबकि वो सबसे कद्दावर नेता है। विधान परिषद चुनाव के बाद से एकनाथ शिंदे और शिवसेना के कुछ विधायकों का शिवसेना से संपर्क नहीं हुआ है।  बताया जा रहा है कि वे 10 से 12 विधायकों के साथ गुजरात के सूरत में गुजरात भाजपा अध्यक्ष सीआर पाटील की के पास है।

राजनीति के चाणक्य अमित शाह और नरेंद्र मोदी को शरद पवार ने मात देने में कामयाबी हासिल की। सरकार ने दो वर्षों का कार्यकाल भी पूरा कर लिया। लेकिन आरोप प्रयारोप के बीच सरकार हमेशा घिरी रही। एनसीपी कोटे महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख को इस्तीफा देकर जेल है,मंत्री नवाब मलिक को जेल में है। दोनों को राज्यसभा और विधान परिषद चुनाव में वोटिंग का अधिकार नहीं ममिला। कई मंत्रियों विधायकों पर ईडी की आंख लाल है कब गिरफ्तार होंगे पता नहीं।

भाजपा विधान परिषद चुनाव के बाद महाविकास सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की कवायद में थी उससे पहले महाराष्ट्र की राजनीति में यह भूचाल राजनीतिक माहौल को गरमा दिया है शिवसेना ने विधान परिषद चुनाव के पहले इसके लिए तीन दिन से सभी विधायकों को पवई की होटल में रखा था। पार्टी के कुछ लोग को इसकी भनक थी इसी के चलते यह निर्णय लिया गया था लेकिन चुनाव के बाद तो उन्होंने ठानी थी उनको जाना ही था। राकांपा सुप्रीमो शरद पवार के घर पर सुबह से एनसीपी के नेताओं का आना शुरू है।  शिवसेना प्रमुख, मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे के मातोश्री में भी नेताओं की चहल कदमी शुरू हो गई है। कांग्रेस के कई नेता इससे चिंतित है। सरकार बनाने को लेकर चली सप्ताह भर तीनों दलों के विधायकों का मुंबई में एक होटल में रखना फिर विश्वास मत पेश करना और सरकार शरद पवार की रणनीति थी।

शिवसेना के सबसे कद्दावर नेता एकनाथ शिंदे शिवसेना प्रमुख के कितने करीब है उतना ही करीबी उनको देवेंद्र फडनवीस का भी माना जाता है। पहले एनसीपी से अजित पवार के विधायकों के समर्थन में सरकार बनाने का भाजपा ने खेल खेला लेकिन विफल हो गया। अब एकनाथ शिंदे के साथ इसी नीति पर भाजपा ने खेल खेला है क्या कामयाब हो पाएगा। रहेगी सरकार या गिरेगी बने रहे मैक्स महाराष्ट्र के साथ राजनीतिक उतार चढाव के हर पल की देते रहेंगे

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