संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त मिशेल बाचेलेट ने कहा है कि भारत में Unlawful activities (prevention) act (UAPA)अधिनियम (यूएपीए) का मौजूदा इस्तमाल चिंताजनक है.
जम्मू-कश्मीर राज्य की मौजूदा स्थिति का जिक्र करते हुए मिशेल बाचेलेट ने कहा कि जम्मू-कश्मीर राज्य में Unlawful activities (prevention) act (UAPA) (यूएपीए) के तहत सबसे अधिक मामले दर्ज किए गए हैं. इस कानून का इस्तेमाल करते हुए कई पत्रकारों को गिरफ्तार किया गया है. मिशेल बाचेलेट का कहना है कि एक तरह से यह अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का उल्लंघन है.
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त (यूएनएचसीआर) ने संचार पर प्रतिबंध और दूरसंचार सुविधाओं पर लगातार प्रतिबंध पर चिंता व्यक्त की है, जो जम्मू और कश्मीर में लोगों को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता से वंचित कर रहे हैं.