असंवैधानिक, असंवेदनशील, भ्रष्ट, ईडी सरकार के एक साल के कार्यकाल में महाराष्ट्र 10 साल पीछे चला गया:- नाना पटोले
प्रदेश की जनता की यही कामना है कि ये 'कुराज्य ' जल्द सत्ता से दूर जाए ! पार्ट टाइम गृह मंत्री के कारण अपराधी छूट जाते हैं, पुलिस सुस्त है , महिलाओं पर भी अत्याचार बढ़ा । फॉक्सकॉन - वेदांता की वजह से करोड़ों के निवेश के साथ लाखों नौकरियां खो दीं।
स्पेशल डेस्क मैक्स महाराष्ट्र /मुंबई- एक साल हो गया जब महाविकास अघाड़ी सरकार को साजिश के तहत उखाड़ फेंका गया और शिंदे-फडणवीस सरकार बनी। यह राज्य के लोगों के साथ विश्वासघात, बेईमानी का वर्ष है। दिल्ली के इशारे पर बनी इस सरकार के एक साल के कार्यकाल में महाराष्ट्र 10 वर्ष पीछे चला गया हैं। महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नाना पटोले ने हमला बोलते हुए कहा है कि स्वाभिमानी लोग नहीं चाहते कि यह असंवैधानिक, असंवेदनशील और भ्रष्ट 'कुराज्य' सरकार महाराष्ट्र में रहे। लोग चाहते हैं कि यह सरकार जल्द से जल्द जाए।
शिंदे-फडणवीस सरकार के एक साल पूरे होने पर हमला बोलते हुए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने आगे कहा कि इस सरकार के गठन के दौरान लिए गए सभी फैसले सुप्रीम कोर्ट ने गलत ठहराए हैं। राजभवन का दुरुपयोग कर, विधायकों को और ईडी, सीबीआई का डर दिखाकर और खोके देकर यह सरकार बनाई गई। सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में एक तरह इस सरकार को असंवैधानिक करार दिया है लेकिन इसके बावजूद ईडी ( शिंदे - फडणवीस ) सरकार कुर्सी से चिपकी हुई है । इस सरकार ने साल भर में कोई भी कल्याणकारी निर्णय नहीं लिया है। भारी बारिश और ओलावृष्टि से किसान संकट में हैं। यह सरकार सिर्फ मदद की घोषणा करती है लेकिन किसानों तक एक पैसा भी नहीं पहुंचता है । सोयाबीन, प्याज, कपास, किसी भी कृषि उपज का किसानों को सही मूल्य नहीं मिल रहा है। किसान के घर में सोयाबीन और कपास पड़ा हुआ है। जुलाई 2022 से जनवरी 2023 तक शिंदे सरकार के सात महीनों के दौरान राज्य में 1023 किसानों ने आत्महत्या की, यानी हर 10 घंटे में एक आत्महत्या।
पटोले ने कहा कि राज्य में कानून- व्यवस्था की स्थिति खराब हो गई है और पिछले चार महीनों में 20 जगहों पर दंगे हुए हैं। ईडी सरकार के दौरान महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं मुंबई को देश में महिलाओं के लिए एक सुरक्षित शहर के रूप में जाना जाता था लेकिन अब लोकल ट्रेन में भी लड़कियों के साथ दुर्व्यवहार किया जा रहा है। महिलाओं की हत्या बढ़ गई हैं। राज्य में 4000 से अधिक महिलाएं और लड़कियां गायब हो गई हैं। यहां तक की पुणे जैसे शहर में भी दिनदहाड़े लड़कियों पर कोयता से हमले हो रहे हैं। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि राज्य में फुल टाइम गृह मंत्री नहीं है। छह-सात विभागों का प्रशासन, छह जिलों के पालक मंत्री होने की वजह से गृह मंत्री अपने काम पर पर ध्यान नहीं देते हैं। न सिर्फ सत्ता पक्ष के विधायक और सांसद बल्कि मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री भी अब सार्वजनिक तौर पर विपक्ष को धमकी दे रहे हैं। ईडी सरकार के दौरान अपराधी बेलगाम हैं और पुलिस प्रशासन सुस्त है। सिर्फ विपक्षी दलों के लोगों पर कार्रवाई हो रही है ।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि महाराष्ट्र हमेशा से ही औद्योगिक दृष्टि से अग्रणी राज्य रहा है, लेकिन ईडी सरकार ने भी इस इमेज को नष्ट कर दिया है। वेदांता-फॉक्सकॉन जैसे 1.5 लाख करोड़ के संयुक्त उद्यम और 1 लाख से अधिक रोजगार सृजन परियोजना गुजरात को दे दी गई है। टाटा एयरबस परियोजना, बल्क ड्रग पार्क, मेडिकल डिवाइस पार्क, समुद्री अकादमी, ये सभी बड़े उद्योग और संस्थान महाराष्ट्र से बाहर चले गए। उद्योगों के राज्य से बाहर चले जाने से 2 लाख से अधिक नौकरियां भी चली गईं। राज्य में 35 लाख छात्र महाराष्ट्र लोक सेवा आयोग की परीक्षाओं की तैयारी करते हैं लेकिन ये परीक्षाएं समय पर नहीं होने से असमंजस की स्थिति बनी हुई है।अफसर बनने का सपना देखने वाले गांवों के गरीब, सामान्य परिवारों के बच्चों का भविष्य दांव पर है। ईडी सरकार किसान, मजदूर , अल्पसंख्यक, दलित और वंचित विरोधी है। जनता का पैसा बिना कोई काम किए आयोजनों और विज्ञापनों में बर्बाद किया जा रहा है और महाराष्ट्र में भी डबल इंजन सरकार पटरी से उतर गई है । कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि विज्ञापन से सुराज्य सरकार नहीं आती, इसके लिए जनता के हित में काम करना होता है ।