रामदास अठावले उच्च स्तर कोटि के अज्ञानी, डॉ. भालचंद्र मुणगेकर की कड़ी आलोचना
बाबासाहेब आंबेडकर के विचारों के सहारे अपनी आरपीआई आठवले पार्टी के को लेकर राजनीति करने वाले केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले हमेशा सुर्खियों से विवादों में आते है। लेकिन इस बार पार्टी की विचारधारा के विपरीत उनके बयान से विवाद पैदा हो गया है। पार्टी के दम पर बिना जीते वो केंद्र में मंत्री और राज्यसभा से सांसद बन जाते है कभी कांग्रेस खेमे से तो कभी भाजपा के खेमे से। संसद से लेकर सड़क तक के किस्से में हमेशा चर्चा में रहने वाले केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले के बयान से विवाद उठे पर आनंदराज आंबेडकर रिपब्लिकन सेना के अध्यक्ष ने कहा कि रामदास आठवले एक मूर्ख है अपने स्वार्थ के लिए अंधा हो गया। मैक्स महाराष्ट्र की यह रिपोर्ट
स्पेशल डेस्क, मैक्स महाराष्ट्र, मुंबई: केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले यह कहा गया था कि बाबासाहेब आंबेडकर को बलपूर्वक बौद्ध धर्म स्वीकार करना पड़ा था। वहीं से कांग्रेस के पूर्व राज्यसभा सांसद डॉ. भालचंद्र मुणगेकर ने रामदास अठावले के इस बयान को लेकर आलोचना की है। इस अवसर पर बोलते हुए डॉ. मुणगेकर ने कहा कि केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले का बयान उनके उच्च कोटि के अज्ञानी होने का संकेत है। मैक्स महाराष्ट्र के वरिष्ठ विशेष संवाददाता किरण सोनवणे से बात करते हुए भालचंद्र मुणगेकर ने कहा, मैं वैचारिक उनके अज्ञान की बात नहीं कर रहा हूं, लेकिन उनका अज्ञान बहुत उच्च स्तर का है जिस तरह से उन्होंने बयान दिया है।
केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले के खिलाफ रिपब्लिकन विद्यार्थी सेना का विरोध प्रदर्शन
औरंगाबाद: भारत के संविधान निर्माता डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर की धम्म दीक्षा के बारे में निराधार बयान देने वाले केंद्रीय राज्य मंत्री और सांसद रामदास अठावले के बयान के बाद से पूरे राज्य भर में चर्चा जोरों पर है और रामदास आठवले अपने आपको को डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर के विचारों वाली पार्टी आरपीआई को कहते है लेकिन उनके ही बयान से वो विवादों में आ गए है। रामदास आठवले की राज्यसभा सांसद पद से निलंबित करने को लेकर आवाज आरपीआई छात्र सेना के साथ साथ और समूहों ने उठाना शुरू कर दिया है।
रिपब्लिकन छात्र सेना आनंदराज आंबेडकर के साथ कई कार्यकर्ताओ ने मंगलवार को औरंगाबाद कलेक्टर कार्यालय के सामने धरना आयोजित कर रामदास के सांसद पद को छीनने की मांग की। आंदोलन में शामिल रिपब्लिकन छात्र सेना सचिन निकम चंद्रकांत रुपेकर ने कहा कि भाजपा के राज्य मंत्री और आरएसएस के कार्यकर्ता रामदास अठावले ने नागपुर में "डॉ बाबासाहेब आंबेडकर से अनिच्छा से बौद्ध धर्म स्वीकार किया"। इस तरह के निराधार शरारती और बयान से बौद्धों की भावनाओं को आहत करने का काम किया गया है और जिसकी हम कड़ी से कड़ी निंदा करते हैं।
भारत के संविधान निर्माता डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर, सभी देशवासियों की प्रेरणा है, भारत की मिट्टी से मूल बौद्ध धम्म को पूर्ण जीवन में लाया और अपने लाखों अनुयायियों को अंधकार के दलदल से बाहर निकाला। लेकिन इसी के चलते धर्मार्थ प्रवृत्ति वाले आरएसएस जैसे आतंकवादी संगठन रामदास अठावले जैसे लोगों के जरिए अपनी करतूत से लोगों में बौद्ध धर्म के बारे में भ्रम फैलाने के लिए लगातार काम कर रहे हैं। ऐसा आरोप रिपब्लिकन छात्र सेना मराठवाड़ा प्रदेश अध्यक्ष सचिन निकम ने लगाया है।
रामदास आठवले एक मूर्ख है अपने स्वार्थ के लिए अंधा हो गया - आनंदराज आंबेडकर
अमरावती में केंद्रीय राज्य मंत्री रामदास आठवले के उस बयान पर टिप्पणी करते आनंदराज आंबेडकर ने कहा कि भारत रत्न डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर ने उनकी इच्छा के विरुद्ध बौद्ध धर्म स्वीकार किया था, यह बयान केंद्रीय राज्य मंत्री रामदास आठवले जैसा स्वार्थी और मुर्ख व्यक्ति ही दे सकता है। रिपब्लिकन सेना के अध्यक्ष आनंद राव आंबेडकर ने रामदास आठवले की खबर लेते हुए रामदास अठावले की कड़े शब्दों में आलोचना की। डां बाबासाहेब आंबेडकर ने कहा कि मैं हिंदू धर्म में पैदा हुआ हूं लेकिन हिंदू धर्म में नहीं मरने वाला नहीं। डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर ने 21 साल तक सभी धर्मों का अध्ययन किया और फिर बौद्ध धर्म स्वीकार किया, इसलिए मैं इस मूर्ख व्यक्ति रामदास आठवले के बारे में कुछ नहीं कहूंगा, वह अपने स्वार्थ से अंधा है, आनंदराज आंबेडकर ने इस तरह से जवाब दिया।