तालिबान ने महिला न्यूज़ एंकर को काम करने से रोका, वीडियो जाहिर कर लगाई मदद की गुहार
मुंबई : अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद महिलाये और लड़कियां भयभीत है, क्योंकि तालिबान 1996 - 2001 के शासन पर फिर कायम हो गया है, बता दे कि तालिबानियों द्वारा बनाये गये पहले शासन में महिलाओ और लड़कियों को सार्वजनिक जीवन से बाहर रखा गया था, किसी क्षेत्र में महिलाएं काम नहीं कर सकती थी, लड़कियों को स्कूल जाना माना था, मनोरंजन पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। और अगर इस नियम का कोई पालन नहीं करता था तो उन्हें क्रूरता से भरी सजा दी जाती थी.
देश पर कब्ज़ा करने के बाद तालिबान अब फिर उसी शासन का पालन करवा रहा है. हालही में सोशल मीडिया पर अफगानिस्तान की जानी मानी महिला एंकर शबनम डावरान का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में महिला एंकर ने तालिबान से अपनी जान का खतरा बताते हुए लोगो से मदद की गुहार लगाई है। महिला एंकर शबनम डावरान ने हिजाब पहने और गले में लटके हुए अपनी आईडी को दिखाते हुए वीडियो में अपनी जान का खतरा बताया है।
शबनम डावरान पिछले छह साल से सरकारी प्रसारणकर्ता आरटीए के लिए काम कर चुकी है, शबनम डावरान ने कहा इस सप्ताह उन्हें कार्यालय में प्रवेश करने से रोक दिया गया जबकि उनके साथी पुरुष कर्मचारियों को जाने दिया गया। शबनम डावरान के उनके द्वारा टवीटर हैंडल पर वीडियो पोस्ट किया गया जो तेजी से वायरल हो रहा है और लोग इस वीडियो पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे।