अंधेरी कोर्ट ने गीतकार जावेद अख्तर द्वारा दायर अब्रुनुकसानी आपराधिक मामले में विवादास्पद अभिनेत्री कंगना रनौत की मौजूदगी पर आज नाराजगी व्यक्त की. एक आखिरी मौका देते हुऐ, अगर कंगना अगली सुनवाई में अनुपस्थित नहीं रहती है तो अदालत अब गिरफ्तारी वारंट जारी निकालेगी.
कंगना पिछले साल कोविड काल में विवादित बयान देने के बाद सुर्खियों में आई थीं. उनके खिलाफ कई जगहों पर मुकदमे दर्ज हैं. पिछले हफ्ते, उच्च न्यायालय ने जावेद अख्तर द्वारा दायर मानहानि के मुकदमे के मद्देनजर अंधेरी मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट द्वारा की गई कार्रवाई को रद्द करने के लिए अभिनेत्री कंगना की याचिका को खारिज कर दिया था. मजिस्ट्रेट का कार्रवाई शुरू करने का आदेश अवैध नहीं है, इसमें कोई अनियमितता नहीं है. इसलिए, इसमें हस्तक्षेप करने का कोई सवाल ही नहीं है, ऐसे अदालत ने फैसला सुनाया था.
कंगना, जो पहले सुनवाई के लिए पेश होने से बचती आ रही थीं, इस बार उन्होंने कोरोना का सहारा लिया है. कंगना को कोरोना के लक्षणों का पता चला है और उनका कोविड टेस्ट भी हुआ है. उनके वकील रिजवान सिद्दीकी ने कहा कि अभी कोविड रिपोर्ट नहीं मिली है. जावेद अख्तर के वकील जय भारद्वाज ने इस पर आपत्ति जताई थी, लेकिन कंगना को यह कहते हुए अनुपस्थित रहने दिया गया कि वह अगली सुनवाई में मौजूद रहेंगी.
सिद्दीकी ने बाद में अदालत को सूचित किया कि उन्होंने एक चिकित्सा प्रमाण पत्र जमा कर दिया है. वही डॉक्टर गवाह हैं और उन्होंने बताया कि फिल्म के प्रमोशन के दौरान कंगना कई लोगों से मिली थीं. भारद्वाज ने सुनवाई में देरी पर नाराजगी जताई. अगली सुनवाई 20 सितंबर को निर्धारित की गई है।