उपमुख्यमंत्री पिछले कार्यकाल को याद करें और मौजूदा कार्यकाल से इसकी तुलना करें- संजय राउत

राज्यपाल और भाजपा ने पहले ही सरकार गिराने की योजना बना ली थी।​ ​यह सच है कि राज्यपाल ने चुनाव नहीं होने दिया और सरकार को नुकसान हुआ।

Update: 2023-02-09 06:58 GMT

​स्पेशल डेस्क ​मुंबई ​/​मैक्स महाराष्ट्र- महाराष्ट्र में कानून व्यवस्था को लेकर अराजकता और भ्रामकता है। विधायक और जनप्रतिनिधि तो छोड़िए लेकिन आम जनता, व्यापारी, महिला वर्ग, भय के माहौल में है। पुलिस को संक्षेप में बता दें कि आदित्य ठाकरे के साथ क्या हुआ था। लेकिन यह मामला कानून व्यवस्था के संदर्भ में है। मराठवाड़ा में रोजाना कई मामले हो रहे हैं जैसे विधान परिषद विधायक प्रज्ञा सातव पर भी हमला हुआ। लेकिन सरकार की ओर से कोई पहल नहीं की गई। मंत्रिमंडल काम नहीं कर रहा है, उपमुख्यमंत्री को अपने पिछले कार्यकाल को याद करना चाहिए और वर्तमान कार्यकाल से इसकी तुलना करनी चाहिए, जनप्रतिनिधियों में भी दहशत है। खासकर जिस तरह से विरोधी पक्ष की सुरक्षा व्यवस्था वापस ले ली गई है, आखिर क्या है राज्य सरकार की राजनीति? मिंथे ग्रुप में जाने वाले लोगों के पीछे काफी पुलिस सुरक्षा दे रखी है। अगर गृह मंत्री ने समय रहते कदम नहीं उठाया तो उन्हें इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है। गुरुवार को पत्रकारों से बातचीत के दौरान सांसद संजय राउत ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा।


वर्ली में हुई मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की सभा पर तंज कसते हुए संजय राउत ने कहा कि जनमत सर्वेक्षण हमारे पक्ष में हैं और भारी भीड़ उमड़ रही है इसलिए उनके पेट भरे हुए हैं। तो यह सब यह देखने के लिए चल रहा है कि क्या गालियों और आतंक और खून-खराबे से इसे रोका जा सकता है। वर्ली बैठक का आयोजन अच्छा किया गया है। दहशत में वहां के लोगों को इकट्ठा करने का प्रयास किया गया, लेकिन वे लोगों से नहीं डरे और घर में बैठ गए। तुम्हें पता है कि वहाँ मकड़ी की टोपी पहने कौन बैठा था। जनता और शिवसैनिक कभी मिंथे गुट के साथ नहीं जाएंगे। इसका असर उन्हें भविष्य में होने वाले हर चुनाव में पड़ेगा।

मुख्यमंत्री के जन्मदिन पर पूछे जाने पर संजय राउत ने कहा कि एक व्यक्ति के रूप में मेरे सहयोगी के रूप में हम उन्हें उनके जन्मदिन पर शुभकामनाएं देते हैं, हम राजनीतिक दुश्मन हैं और हमेशा दुश्मन रहेंगे। यदि किसी व्यक्ति का जन्मदिन है, तो उसे जन्मदिन की शुभकामनाएं देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मोदी अडानी को गले से लगाए बैठे हैं।  एक गाय है जिसका हम सम्मान करते हैं। विधानसभा की सीट पर नाना पाटो होते तो तस्वीर कुछ और होती। लेकिन इस राष्ट्रपति पद के अचानक खाली होने के बाद हमें एक अवसर मिला है। संजय राउत ने कहा कि राज्यपाल और भाजपा ने पहले ही सरकार गिराने की योजना बना ली थी। यह सच है कि राज्यपाल ने चुनाव नहीं होने दिया और सरकार को नुकसान हुआ।

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