दुकान पर मराठी बोर्ड लगाने के मामले में बीएमसी ने की कार्रवाई शुरू
दुकान पर मराठी बोर्ड लगाने के मामले में कार्रवाई शुरू मैक्स महाराष्ट्र की बुलंद आवाज को प्रतिसाद। बार-बार एक्सटेंशन के बावजूद अपनी दुकानों पर मराठी में साइन बोर्ड लगाने से इनकार करने वाले दुकानदारों के खिलाफ मुंबई महानगरपालिका ने कार्रवाई शुरू कर दी है। सोमवार से कार्रवाई शुरू हो गई है और पहले दिन ही पांच सौ से अधिक दुकानदारों को नोटिस जारी कर दिया गया है। मुंबई में अनिय हिस्सों में जल्द नोटिस की प्रक्रिया को अंजाम देने में जुटे बीएमसी अधिकारी। मैक्स महाराष्ट्र ने अपनी खबर में कहा था कि कार्रवाई को जल्द बीएमसी अंजाम देने जा रही है।
प्रवीण मिश्रा, मैक्स महाराष्ट्र, मुंबई: दुकानों पर मराठी साइन बोर्ड लगाने का चौथा विस्तार 30 सितंबर को समाप्त हो गया था। मामला बीएमसी आयुक्त के पास था कार्रवाई करने के निर्देश जारी करने का अब उन्होंने निर्देश दे दिया है। बीएमसी के अनुसार अभी भी 48 प्रतिशत दुकानों के साइन बोर्ड मराठी भाषा में नहीं लगे हैं। मुंबई महानगरपालिका प्रशासन ने सोमवार से दुकानदारों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है। पहले चरण में मुंबई के 24 महानगरपालिका के वार्डो की दुकानों का निरीक्षण किया जाएगा। दुकानों पर मोटे अक्षरों में मराठी साइन बोर्ड नहीं होने पर सात दिन का नोटिस दुकानदारों को दिया जाएगा। बीएमसी के डीएमसी संजोग कबरे ने बताया कि अगर इस दौरान दुकानदारों ने बोर्ड सही नहीं किया तो उन्हें कानूनी नोटिस देकर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी, जैसे मामला दर्ज कर जुर्माना वसूल किया जाएगा।
हमने छापी थी खबर हुआ असर.........
बीएमसी के मुताबिक पहले दिन 2 हजार 158 दुकानों का निरीक्षण किया गया है। इनमें से 1 हजार 636 जगहों पर मराठी में लिखे हुए साइन बोर्ड मिले। शेष ५०० मस पद/eoe दुकानों इत्यादि पर पर मराठी नेम प्लेट नहीं पाए गए है। इन दुकानदारों को नियमानुसार सात दिन का नोटिस दिया गया है। सात दिन के भीतर दुकान पर मराठी साइन बोर्ड नहीं लगाने पर उस पर जुर्माना लगाया जाएगा या मुकदमा दर्ज किया जाएगा।
इस बीच मुंबई में पांच लाख दुकानें हैं और बीएमसी अब तक दो लाख दुकानों का निरीक्षण कर चुकी है। इनमें से करीब 48 फीसदी दुकानदारों ने अपनी दुकानों पर मराठी में बोर्ड नहीं लगाई गई है। मुंबई के कुछ हिस्सों में अन्य भाषाओं के साथ मराठी साइन बोर्ड है लेकिन उसकी लिखावट काफी छोटी है जो अन्य भाषाओं की तुलना में कम बोल्ड नहीं होनी चाहिए। इसलिए अधिकारियों ने कहा कि सर्वेक्षण कर अगली योजना तैयार की जाएगी। मार्च के महीने में राज्य सरकार ने सभी दुकानों और प्रतिष्ठानों पर मराठी बोर्ड को बोल्ड शब्दों के साथ लगाना अनिवार्य करने का निर्णय लिया था। इसे मुंबई महानगरपालिका द्वारा मुंबई में लागू किया जा रहा है। व्यापारियों की मांगों को लेकर अब तक चार बार मराठी बोर्ड लगाने की समय सीमा बढ़ाई जा चुकी है लेकिन चौथा विस्तार 30 सितंबर को समाप्त हो गया।