नए संसद में जाने से पहले भावुक हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी "पूरा विश्व भारत में अपना मित्र खोज रहा है"
आज से संसद का विशेष सत्र शुरु हो गया है, तो इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सदन को संबोधित किया | PM मोदी ने सदन में कहा, इस सदन से विदाई लेना तो एक बेहद भावुक पल है, परिवार भी अगर पुराना घर छोड़कर नए घर जाता है, तो बहुत सारी यादें उसे कुछ पल के लिए झकझोर देती है और हम यह सदन को छोड़कर जा रहे है, तो हमारा मन मसतिष्क भी उन भावनाओं से भरा हुआ है और अनेक यादों से भरा हुआ है | उत्सव-उमंग , खट्टे-मिठे, नोक-झोक इन यादों से जुड़ा हुआ है |
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “नए सदन में जाने से पहले उन ऐतिहासिक पलों की महत्त्वपूर्ण घड़ियों का स्मरण करते हुए आगे बढ़ने का ये अवसर है | हम सब इस ऐतिहासिक भवन से विदा ले रहे है | आजादी से पहले ये सदन काउंसलिग का स्थान हुआ करता था | आजादी के बाद संसद भवन के रुप में इसे पहचान मिली | ये सही है , इस इमारत के निर्माण करने का फैसला विदेशी शासकों का था | लेकिन यह बात हम नही भूल सकते है और हम गर्व से कह सकते है , कि इस भवन के निर्माण में पसीना और परिश्रम मेरे देशवासियों का लगा था और पैसे भी हमारे लगे थे |
आगे PM मोदी ने कहा, भारत इस बात का गर्व करेगा कि G20 में भारत की अध्यक्षता के समय अफ्रीकन यूनियन G20 का सदस्य बना | भारत के भाग्य में अफ्रीकन यूनियन की अपेक्षाओं को पूरा करने का काम आया | ये भारत की ताकत है, कि G20 सम्मेलन में घोषणपत्र में सहमति से हस्ताक्षर हुए | आपके नेतृत्व में दुनियाभर के G20 के सदस्य देशो के सभी स्पीकर्स की समिट को सरकार का पूरा समर्थन रहेगा और साथ रहेगा | हम सबके लिए यह गर्व की बात है, कि पूरा विश्व भारत में अपना मित्र खोज रहा है |