अविश्वास प्रस्ताव से प्रधानमंत्री मोदी जी का मौन व्रत तोडना है - गौरव गोगोई
Prime Minister Modi's vow of silence has to be broken by the motion of no confidence - Gaurav Gogoi
मणिपूर के मुद्दे को लेकर लोकसभा अध्यक्ष को अविश्वास प्रस्ताव की नोटीस देने वाले कांग्रेस के सांसद गौरव गोगोई ने आज इस प्रस्ताव पर केंद्र की मोदी सरकार पर जोरदार हमला किया | सांसद मे गोगोई ने केंद्र सरकार से सीधे कुछ सवाल किये | जिसपर भाजपा के सांसदों ने भी जमकर जबाब दिया | जिसके चलते आज सदन मे विपक्ष और सत्तापक्ष में जोरदार घमासान दिखाई दी |
गौरव गोगोई ने आज मार्टिन लूथर किंग के विचार को रखते हुए कहा कि, अगर कही भी ना इंन्साफी हो तो वह हर जगह के लिए इंन्साफ़ का खतरा बन सकता है । उनका कहना है कि अगर मणिपुर में आग लगी है, तो भारत मै आग लगी है, मणिपुर जल रहा है तो भारत जल रहा है, मणिपुर विभाजित हुआ है तो भारत विभाजित हुआ है । इसके साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि, प्रधानमंत्री महोदय ने मौन व्रत धारण कर लिया है ना सदन ना ही लोकसभा और ना ही राज्यसभा में कुछ बोलेंगे और इसलिए ये नोबत आन पड़ी है , की हम अविश्वास प्रस्ताव के द्वारा प्रधानमंत्री मोदी जी का मौन व्रत तोड़ना चाहते हैं । उन्होंने प्रधानमंत्री जी से तीन सवाल खड़े किए l पहला ये की आज तक वो मणिपुर क्यों नहीं गए? उनका कहना है राहुल जी गए, गृह मंत्री गए, लेकिन देश के मुखिया होने के नाते प्रधानमंत्री मोदी जी क्यों नहीं गए ? दूसरा ये कि, लगभग ८० दिन क्यो लगे उन्हे मणिपुर पर कुछ बोलने के लिए ? और जब बोले तो सिर्फ ३० सेकेंड ही बोले ।
सवाल तीसरा की आज तक प्रधानमंत्री जी ने मणिपुर के मुख्यमंत्री को पद से हटायेा क्यो नही। गुजरात में जब राजनीति करनी थी तो मुख्यमंत्री बदल दिए गए एक बार नही बल्कि दो बार । और जब उत्तराखंड में चुनाव आ रहे है तो वहा पर चार बार आपने शायद मुख्यमंत्री बदला होगा । त्रिपुरा में भी जब चुनाव आ रहे थे तो उससे पहले आपने मुख्यमंत्री बदला । आखिर मणिपुर के विषय में ऐसा कौन सा आशीर्वाद दे रहे हैं, जिन्होंने खुद कबूल किया है कि, आज मेरे कारण एक इंटेलिजेंस फेल्यूअर हुआ है |