पिंपरी चिंचवड एटीएम चोरी मामले में 6 आरोपियों को गिरफ्तार करने में पुलिस को मिली सफलता

डकैती रोधी पथक और अपराध शाखा इकाई 5 के संयुक्त कार्रवाई में 24 घंटे के भीतर एटीएम तोड़ने वालों के गिरोह को किया गया गिरफ्तार, उनसे एटीएम चोरी के 02 मामलों का हुआ पर्दाफाश, 5,50,000 रुपये नकद और एक चारपहिया वाहन बरामद..

Update: 2022-07-18 18:15 GMT

पुणे: मराठा क्रांति चौक, तलेगांव दाभाडे में एचडीएफसी बैंक की एटीएम मशीन में रात के समय किसी अज्ञात चोर ने नगद राशि की चोरी कर करने के बाद एटीएम मशीन में आग लगाकर जला दी। तलेगांव दाभाडे पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया।  डकैती रोधी दस्ते और अपराध शाखा इकाई 5 उक्त अपराध की जांच के लिए धारा 457, 380, 427, 436, 201, 34 के तहत समानांतर जांच कर रही थी। वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक इंगवले ने टीम के साथ घटनास्थल का दौरा किया और अपराध के बारे में विस्तृत जानकारी ली। तदनुसार दोनों टीमों को मार्गदर्शन और निर्देश दिया गया, सिक्योर वैल्यू इंडिया लिमिटेड एक ऐसी कंपनी है जो एटीएम मशीनों में पैसे को एटीएम मशीनों में भरने का करती है। कंपनी के कर्मचारियों के खिलाफ दर्ज अपराध की जांच के आदेश दिए गए।  इसी तरह उक्त कंपनी में एटीएम मशीनों में पैसे भरने वाले किरण महादेव और ड्राइवर का काम करने वाले योगेश वालुंज को जांच में गड़बड़ी मिली तो उन पर शक बढ़ गया।



संदिग्धों के नाम 1) किरण रविंद्र महादे, 27 2) योगेश रामदास वाळुंज, 29 को डकैती रोधी दस्ते कार्यालय, पुणे लाया गया और गहन और विस्तृत पूछताछ के बाद, उसने अपने अन्य साथियों के साथ उक्त अपराध को अंजाम देना स्वीकार किया और था डकैती दस्ते के अधिकारियों और प्रवर्तकों द्वारा तुरंत बुक किया गया। अपराध में अभियुक्तों के नाम 3) बाबासाहेब भोमाजी वाळुंज, 31 4) मुंजाजी मारोतराव चंदेल, 32 अशोक गजानन पोद्दार, 35 6) भगवान अशोक थोराट, 21 आदि से हिरासत में लेकर पूछताछ कर अपने दो अन्य वांछित साथी साथियों के साथ उक्त अपराध को अंजाम देने की बात कबूल की।, जिसे तलेगांव दाभाडे थाना क्राइम रेग ने हिरासत में लिया है. . 337/2022 बी.डी.वी.  इस अपराध  तालेगांव दाभाडे थाने में पेश किया गया.  एफ आरोपी किरण रविंद्र महादे, योगेश रामदास वाळुंज, सिक्योर वैल्यू इंडिया लिमिटेड के अशोक गजानन पोतदार भगवान अशोक थोरात  कंपनी द्वारा विभिन्न बैंकों के एटीएम  ऑपरेटरों द्वारा मशीनें भरी जाती हैं, जिनमें से योगेश वालुंज भुगतान वाहन पर ड्राइवर के रूप में काम करते हैं।



आरोपित किरण महादे व योगेश वालुंज ने करीब दो दिन पहले एटीएम मशीन में पैसे जमा कराकर रात में एटीएम मशीन का ताला खोलकर एटीएम मशीन से नगदी चोरी करने की साजिश रची और उसी के अनुसार योगेश वालुंज ने कंपनी में काम करने वाले अपने दोस्तों व अपने दोस्तों को फोन किया. गांव से उन्हें साजिश में शामिल करने के लिए।ऐसा करने के बाद, साजिश के तहत, 14/07/2022 को, उन्हें मराठा क्रांति चौक, तलेगांव दाभाडे में एचडीएफसी बैंक के एटीएम मशीन से पैसे चुरा लिए और एटीएम मशीन को जलाने का फर्जीवाड़ा किया उस पर डीजल डालकर आग लगा दी। अपराध में उक्त आरोपी से चुराई गई नकदी में से 2,00,000/- और रु.  रु.3,50,000/- रु.  5,50,000/- रुपये की एक स्विफ्ट डिजायर कार जब्त की गई है।  इन आरोपियों में योगेश वाळुंज और बालासाहेब वाळुंज ने कबूल किया है कि उन्होंने करीब एक साल पहले अली फाटा थाने की सीमा के भीतर बैंक ऑफ महाराष्ट्र की एटीएम मशीन को तोड़ने की कोशिश की थी.  इस संबंध में आलेफाटा थाना जी.आर.सं.  387/2021 में भादवि 457, 380, 511, 34 के तहत मामला दर्ज किया गया था।



डकैती रोधी पथक के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक रामदास इंगले सपोनी सिद्धेश्वर कैलासे, पुलिस उप निरीक्षक  मंगेश भांगे, साथ ही पुलिस कांस्टेबल गणेश सावंत, सुमित देवकर, समीर रास्कर, विनोद वीर, अमर कदम, गणेश हिंगे, उमेश पुलगाम, विक्रांत गायकवाड, प्रवीण कांबले, राहुल खड़गे, राजेंद्र शिंदे, आशीष बनकर, सागर शेंडगे, गणेश कोकाणे, औदुम्बर रंगे, चिंतामन सुपे, प्रवीण माने, दत्तात्रेय बनसोडे, यूनिट 5, शामसुदर गुट्टे, धनंजय भोंसले, दयानंद खेडकर, नागेश माली, राजेंद्र शेटे ने तकनीकी विश्लेषण विभाग  की मदद से आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता मिली।

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