कैबिनेट में दागी अब्दुल सत्तार और संजय राठौर को मौका लेकिन किसी महिला के लिए जगह नहीं- नाना पटोले

नुकसान प्रभावित किसानों के लिए पैसे नहीं, लेकिन बुलेट ट्रेन पर 6 हजार करोड़ रुपए की फिजूलखर्ची

Update: 2022-08-09 14:16 GMT

मुंबई: राज्य में एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फडणवीस की सरकार बनने के 39 दिन बाद कैबिनेट का विस्तार किया गया है, लेकिन सवाल यह है कि क्या यह सरकार महाराष्ट्र के हित के लिए है या फिर गुजरात की सेवा करने के लिए है। इस सरकार के पास विदर्भ, मराठवाड़ा के नुकसान से प्रभावित किसानों को भुगतान करने के लिए पैसा नहीं है, लेकिन गुजरात और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट बुलेट ट्रेन को पूरा करने के लिए 6 हजार करोड़ रुपए का फंड है। राज्य की शिंदे-फडणवीस सरकार पर यह हमला प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने किया है। उन्होंने कहा कि इन फ़ैसलों से साफ है कि राज्य की ईडी सरकार राज्य के हित में नहीं है।



इस संबंध में आगे बोलते हुए नाना पटोले ने कहा कि राज्य में भारी बारिश से विदर्भ और मराठवाड़ा के किसानों को काफी नुकसान हुआ है।  हमने इन प्रभावित किसानों के लिए पर्याप्त  वित्तीय सहायता की मांग की है, लेकिन राज्य सरकार, केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की महत्वाकांक्षी बुलेट ट्रेन परियोजना को हमारे अपने राज्य के किसानों से ज्यादा महत्वपूर्ण मानती है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि शिंदे-फडणवीस सरकार के पास बुलेट ट्रेन के लिए पैसा है लेकिन किसानों की मदद के लिए पैसे नहीं है।इससे साफ है कि इस सरकार की क्या प्राथमिकता है।


नाना पटोले ने कहा कि  इस सरकार का भविष्य अभी भी सुप्रीम कोर्ट में चल रही सुनवाई पर लटका हुआ है लेकिन उनके पास अदालत के फैसले का इंतजार करने का समय नहीं है। यह सरकार पूरी तरह से असंवैधानिक है। हालांकि जैसे-जैसे विधायकों में नाराजगी बढ़ने लगी  है, उसे देखते हुए ऐसा लगता है कि मजबूरी में दिल्ली हाईकमान को सात राउंड की मीटिंग के बाद आखिरकार कैबिनेट विस्तार को झंडी देनी पड़ी है। ताकि यह सरकार किसी तरह बची रहे।



पटोले ने कहा कि विधायक संजय राठौड़ को गंभीर आरोपों के चलते माविआ सरकार से हटा दिया गया था। भाजपा ने ही राठौड़ को हटाने की मांग की थी। आज वही संजय राठौड़ को फिर से बीजेपी सरकार में मंत्री बनाया गया है। वहीं टीईटी परीक्षा घोटाले में आरोपों का सामना कर रहे विधायक अब्दुल सत्तार को भी  कैबिनेट में जगह दी गई है। इसका मतलब है कि भ्रष्ट विधायक को भी  सरकार में सम्मान का स्थान दिया जा रहा है। पटोले ने कहा कि  इन फैसलों से बीजेपी का असली चेहरा अब लोगों के सामने आ गया है।  दूसरी पार्टी के लोगों पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाने और  ईडी, सीबीआई, इनकम टैक्स के जरिए कार्रवाई करने वाली बीजेपी को अपनी ही सरकार में भ्रष्ट मंत्री नजर नहीं आ रहा है। नाना पटोले ने यह भी कहा कि कैबिनेट में एक भी महिला को जगह नहीं दिए जाने से पता चलता है कि बीजेपी के मन में महिलाओं के प्रति कितना सम्मान है।

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