किसानो और सरकार के बीच बातचीत के बाद भी नहीं निकला हल
No solution found even after talks between farmers and government
किसानो के द्वारा किए जा रहें आंदोलन का व्यापक असर देखा जा सकता है, किसानो की और से कहा जा रहा कि अगर सरकार उनकी मांगे नहीं मानी तो आने वाले समय में आंदोलन को और तीव्र किया जाएगा। वहीं संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा दिए गए ग्रामीण भारत बंद के समर्थन में, रोहतक, झज्जर, हिसार, जींद और राज्य के कुछ अन्य हिस्सों में बस सेवाएं बस डिपो पर खड़ी रहीं और यात्रियों को समस्याओं का सामना करना पड़ा. रोहतक में दुकानें और अन्य व्यापारिक प्रतिष्ठान खुले हैं और ग्रामीण इलाकों में बंद का अधिक असर है.
वहीं राजधानी दिल्ली की सीमाओं पर भारत बंद के कारण लंबा ट्रैफिक जाम देखा जा रहा है. दिल्ली के सभी बाजार और दुकानें खुली हुई हैं. वहीं किसान नेता अजमेर सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों और सरकारी कर्मचारियों समेत सभी वर्गों की आवाज दबा रही है. किसान संगठन बंद के समर्थन में राज्य भर के टोल प्लाजा पर घेराबंदी करेंगे. रोहतक में किसानों ने जिले के मकरौली और मदीना गांवों में टोल प्लाजा की ओर मार्च करना शुरू कर दिया.
वहीं किसानो और सरकार के बीच कई दोर की बात चीत हो चुकी लेकिन अभी भी कोई हल नहीं निकला है।