विधायक रवि राणा मिले उमेश कोल्हे परिवार से, पुलिस पर लगाए कई गंभीर आरोप

Update: 2022-07-05 19:45 GMT

अमरावती:  उमेश कोल्हे की नूपुर शर्मा के समर्थन में एक पोस्ट करने के बाद हत्या किए जाने के बाद राजनेताओं का कोल्हे परिवार सांत्वना देने का सिलसिला शुरू हो गया है। जगह इसका विरोध किया जा रहा है, शहर भर में पुलिस व्यवस्था को सतर्क कर दिया है। एक दिन अमरावती इसको लेकर विरोध प्रदर्शन भी कुछ राजनीतिक पार्टियों ने किया था लेकिन चाक चौबंद पुलिस सुरक्षा के बीच शांति देखने को मिली। अमरावती पुलिस से मामले को एनआईए को सौंपे जाने के बाद अमरावती पुलिस पर राजनीतिक दलों के नेता सवाल उठाने लगे है। 



सांसद नवनीत राणा के पुलिस आयुक्त गंभीर आरोप लगाया था और गृहमंत्री को इसके बारे में पत्र भी लिखा था। पुलिस आयुक्त ने नवनीत राणा के आरोपों को एक सिरे खारिज करते हुए पत्रकार परिषद में उनके आरोपों का खंडन किया और कहा कि पुलिस द्वारा सांसद महोदया और उनके विधायक पति के खिलाफ दर्ज मामले से ही सांसद महोदया मामले को तूल पकडाने के लिए कुछ न कुछ आरोप लगाती रहती है। पुलिस आयुक्त मोबाइल फोन में सेव करके रखें आरोप वाले पत्र को भी पढ़कर पत्रकारों को सुनाया जो उन्होंने की थी। सांसद और पुलिस आयुक्त के आरोप प्रत्यारोप पर प्रतिक्रिया आने के बाद मामला दो दिनों तक शांत था लेकिन कल सांसद महोदया के विधायक पति रवि राणा कोल्हे परिवार से मिलने उनके घर पहुंचे। 



पत्रकारों के समक्ष विधायक रवि राणा ने भी पुलिस आयुक्त पर आरोपों की झड़ी लगा दी, अमरावती पुलिस आयुक्त की कार्यपध्दती और पुलिस विभाग के खुफिया तंत्र को सोया हुआ बताया। उन्होंने कहा कि कोल्हे परिवार पर दबाव डाला गया जबकि पुलिस आयुक्त पूरे मामले पर सफाई दे चुकी है। अब जो आरोप विधायक रवि राणा ने लगाया है, इसको लेकर भी पुलिस आयुक्त डॉ. आरती सिंह चुप नहीं बैठने वाली जवाब आएगा इस तरह की चर्चा जोरों पर है। नवनीत राणा को इस सरकार से काफी उम्मीदें है उनको सरकार में कोई मंत्री पद मिल सकता है इस बात भी कयास है। 




अमरावती पुलिस आयुक्त आरती सिंह पर मामले की शुरुआत में मामले को दबाने का आरोप लगाया। अमरावती पुलिस की खुफिया विभाग पर भी सवाल उठाया। रवि राणा ने यह भी मांग की कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी इसकी और गंभीरता से जांच करे। जबकि इस मामले के 7 आरोपियों को अमरावती पुलिस ने ही गिरफ्तार किया है, पुलिस को प्रथम दृष्टि में जो मामला सामने आया वहीं प्राथमिकी दर्ज कर आगे कि जांच शुरू की गई। इसके बाद एनजीओ का नाम सामने आया जिसने इस पूरे प्रकरण को अंजाम के लिए लोगों कहा था उसकी भी नागपुर से गिरफ्तारी की गई। उदयपुर के कन्हैयालाल और अमरावती के उमेश कोल्हे हत्याकांड से पूरा महाराष्ट्र ही नहीं देख भर अचंभा है यह क्या हो रहा। सबसे पहले उमेश कोल्हे हत्याकांड मामले को भाजपा के प्रवक्ता शिवराय कुलकर्णी ने उठाया था। मैक्स महाराष्ट्र ने उनकी इस मांग को सर्वप्रथम आगे रखकर प्रकरण को सबसे पहले छापा था। 

Tags:    

Similar News