नई दिल्ली। पीएम नरेंद्र मोदी ने मेक इन इंडिया के साथ ‘मेक फॉर वर्ल्ड’ (विश्व के लिए विनिर्माण) का नारा जोड़ते हुए भारत को आर्थिक नीतियों में सुधार और बुनियादी ढांचे के विकास के साथ विश्व आपूर्ति श्रृंखला में विनिर्माण के एक प्रमुख केंद्र के रूप में प्रस्तुत करने का संकल्प किया।मोदी ने ऐतिहासिक लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा कि भारत अपनी 130 करोड़ जनता के सामर्थ के साथ ‘मेक फार वर्ल्ड’ की दिशा में प्रगति करने का सामर्थ्य रखता है। उन्होंने कहा कि भारत ने प्रत्यक्ष विदेशी निवेश आकर्षित करने में रिकॉर्ड बनाया है।
पिछले वर्ष देश में एफडीआई में 18 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है। कोराना के इस काल खंड में भी विश्व की बड़ी-बड़ी कंपनियों ने भारत की ओर रुख किया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि दुनिया ऐसे ही भारत की ओर आकर्षित नहीं हुई है। भारत ने अपनी अर्थव्यवस्था के प्रति विश्वास जगाया है। उन्होंने इसी संदर्भ में कोराना वायरस संक्रमण से निपटने के लिए पीपीटी, वेंटिलेटर और मास्क जैसे सामानों में न केवल आत्मनिर्भरता बल्कि दुनिया के दूसरे देशों की मदद के लिए उत्पादन करने में देश की सफलता का जिक्र किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि विश्व कल्याण के लिए भी ‘आत्मनिर्भर भारत’ जरूरी है।
'LAC हो या LoC' वाले बयान पर कांग्रेस ने कहा- सिर्फ बोलना काफी नहीं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण में चीन और पाकिस्तान का नाम लिए बगैर कहा कि एलएसी (LAC) से लेकर एलओसी (LoC) तक जिस किसी ने भी देश की संप्रभुता पर आंख उठाई देश की सेना और हमारे वीर जवानों ने उसका उसी भाषा में जवाब दिया.
पीएम के इस बयान पर कांग्रेस ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा है, 'सिर्फ बोलना काफी नहीं है.' कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने 'सिर्फ बोलना काफी नहीं है है, अगर उन्होंने जवाब दिया है तो हमें खुशी होगी. प्रधानमंत्री जो भी कहें उस पर हमें विश्वास करना चाहिए. लेकिन प्रधानमंत्री और उनकी सरकार वास्तविकता को वाकिफ है. वास्तविकता अच्छी नहीं है. अगर उन्होंने (चीनी सैनिकों) हमारे क्षेत्र में प्रवेश किया तो रक्षा मंत्री कुछ कहते है और प्रधानमंत्री कुछ और '