महाराष्ट्र राजनीतिक संकट: कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद ने मांगा उद्धव ठाकरे का इस्तीफा, कांग्रेस ने दी सफाई
एकनाथ शिंदे के ट्वीट के बाद प्रमोद आचार्य का ट्वीट पर लिखा उद्धव ठाकरे को इस्तीफा दे देना चाहिए
मुंबई: शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे ने बुधवार को कहा कि महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ महा विकास अघाड़ी (एमवीए) गठबंधन" और उनकी पार्टी के लिए एनसीपी और कांग्रेस के साथ गठबंधन से बाहर निकलना अनिवार्य था। इस तरह ट्वीट एकनाथ शिंदे का जब आया तो राजनीतिक भूचाल आ गया। पार्टी के वरिष्ठ कमलनाथ मुंबई में थे और शिवसेना के साथ खडे होने की बात कह रहे थे इसके बाद कांग्रेस नेता ने ट्वीट कर एक और राजनीतिक सगुफा छोडकर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का इस्तीफा मांग बैठे।
महाराष्ट्र में सियासी संकट के बीच कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद का उद्धव ठाकरे से इस्तीफा मांगने की बात सभी घटक दलों को नागवार लगीं बात दिल्ली तक पहुंच गई कांग्रेस के संचार प्रभारी और सांसद जयराम रमेश ने स्पष्ट किया कि आचार्य प्रमोद पार्टी के आधिकारिक प्रवक्ता नहीं हैं, यग कांग्रेस पार्टी का बयान भी नहीं है। उन्होंने यह ट्वीट कैसे किया और क्यों कि पार्टी यह भी पुछेगी। आचार्य प्रमोद ने ट्विटर पर लिखा था कि बाल ठाकरे की विरासत का सम्मान करते हुए उद्धव ठाकरे को समय बर्बाद नहीं करना चाहिए और इस्तीफा दे देना चाहिए।
ना तो यह कांग्रेस पार्टी के विचार हैं, ना ही आचार्य प्रमोद कृष्णम कांग्रेस के अधिकृत प्रवक्ता हैं। https://t.co/MGrBqPibeQ
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) June 22, 2022
एकनाथ शिंदे के ट्वीट के आचार्य प्रमोद का इस तरह ट्वीट लाजमी है लेकिन पार्टी का यह ्वीट नहीं उनका अपना व्यक्तिगत ट्वीट है इसके लिए उनको पार्टी के सामने सफाई देनी होगी। एक तरफ कांग्रेस राष्ट्रवादी कांग्रेस और शिवसेना महाराष्ट्र में आए सरकार पर संकट से उबरने का प्रयास कर रहा वहीं आचार्य प्रमोद का यह ट्वीट सरकार और घटक दलों के लिए चिंता का विषय बन गया।
१. गेल्या अडीच वर्षात म.वि.आ. सरकारचा फायदा फक्त घटक पक्षांना झाला,आणि शिवसैनिक भरडला गेला.
— Eknath Shinde - एकनाथ शिंदे (@mieknathshinde) June 22, 2022
२. घटक पक्ष मजबूत होत असताना शिवसैनिकांचे - शिवसेनेचे मात्र पद्धतशीर खच्चीकरण होत आहे. #HindutvaForever