राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने देश में फैलाया सामाजिक विषमता का बीज : नाना पटोले

नाना पटोले, कहते हैं कि लम्पी वायरस भारत में फैला है क्योंकि यहां लाए गए चीतों का ... केंद्र विशेष रूप से चीतों को लुंपी वायरस के प्रसार को सुनिश्चित करने और किसानों को चोट पहुंचाने के लिए लाया था।

Update: 2022-10-03 14:42 GMT

स्पेशल डेस्क, मैक्स महाराष्ट्र, मुंबई: केंद्र में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार के आने के बाद से देश में महंगाई, गरीबी और बेरोजगारी की स्थिति चिंताजनक हो गई है। इस वजह से देश के लोगों के मन में केंद्र सरकार के खिलाफ तीव्र आक्रोश है । विभिन्न स्तरों पर मोदी सरकार की कड़ी आलोचना हो रही है। इसके बावजूद मोदी सरकार इस पर ध्यान नहीं दे रही है। यह बात प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कही है। उन्होंने कहा कि आज आरएसएस देश में सामाजिक असमानता की बात कर रही है, जबकि सच्चाई है कि आरएसएस ने ही इसे पोषित और स्थापित किया है। पटोले ने कहा कि अगर आरएसएस वास्तव में चिंतित हैं, तो उन्हें मोदी सरकार से इसका जवाब मांगना चाहिए। इस संबंध में आगे बोलते हुए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि देश में असमानता के बीज फैलाने के लिए आरएसएस जिम्मेदार है। आज आरएसएस की विचारधारा की सरकार पिछले 8 साल से केंद्र में है और भाजपा की मोदी सरकार संघ की विचारधारा के अनुरूप काम कर रही है।

पटोले ने कहा कि इस सरकार के दौरान गरीबों की संख्या में जबरदस्त इजाफा हुआ है। मोदी सरकार खुद कहती है कि देश में 80 करोड़ लोगों को मुफ्त अनाज मुहैया कराया जा रहा है। यह देश में बढ़ती गरीबी का बड़ा सबूत है। पटोले ने कहा कि पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार के दौरान विकास दर सबसे ऊंची थी। 24 करोड़ लोगों को गरीबी रेखा से बाहर निकाला गया था, लेकिन मोदी सरकार के दौरान, गलत नीतियों की वजह से विकास दर लगातार गिर रही है। 27 करोड़ लोग फिर से गरीबी रेखा के नीचे चले गए हैं ।बेरोजगारी 45 साल में सबसे ज्यादा हैं। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी भी देश की गरीबी की बात करते हैं, लेकिन मोदी सरकार लोगों के हित में फैसले लेती नहीं दिख रही है। कांग्रेस पार्टी के साथ-साथ राहुल गांधी लगातार इन मुद्दों को उठा रहे हैं और केंद्र सरकार से जवाब मांग रहे हैं। भारत जोड़ो यात्रा में महंगाई, बेरोजगारी, सामाजिक विषमता के मुद्दे भी उठाए जा रहे हैं। इसलिए आरएसएस को इस पर ध्यान देना चाहिए । लेकिन इस बारे में आरएसएस खोखली चिंता कर रही है जो 'मैं मारने का नाटक करता हूं, तुम रोने का नाटक करते हो' जैसा है।

नाना पटोले ने कहा कि आज देश के लोगों के सामने महंगाई और बेरोजगारी का सबसे बड़ा संकट है लेकिन मोदी सरकार के दौरान रोजगार पैदा करने की बजाय मौजूदा नौकरियों को खत्म करने का काम किया गया है। संघ के लोग कह रहे हैं कि नौकरी चाहने वालों को नया कारोबार शुरू कर रोजगार पैदा करने पर जोर दिया जाना चाहिए। वहीं प्रधानमंत्री मोदी युवाओं को पकौड़े तलने और रिक्शा चलाने जैसे उद्योग करने की सलाह दे रहे हैं। पटोले ने कहा कि अगर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को वास्तव में सामाजिक असमानता की चिंता है, तो उन्हें मोदी सरकार को लोगों के हित में निर्णय लेने के लिए मजबूर करना चाहिए। इस सरकार को केवल दो लोगों के हित के लिए काम नहीं करना चाहिए।

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