Mahakumbh 2025 : महिलाओ के उतर गए कपडे !

Update: 2025-01-29 09:33 GMT

प्रयागराज में महाकुंभ 2025 का आयोजन ऐतिहासिक और धार्मिक दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण है, लेकिन इस बार की व्यवस्था को लेकर कई गंभीर सवाल उठ रहे हैं। देश-विदेश से आए लाखों श्रद्धालुओं को जहां आध्यात्मिक अनुभव की उम्मीद थी, वहीं उन्हें अव्यवस्था और असुरक्षा का सामना करना पड़ा।

महाकुंभ में आई भारी भीड़ के कारण प्रशासन पूरी तरह नाकाम साबित हुआ। खासकर महिलाओं को अभूतपूर्व दुर्व्यवहार झेलना पड़ा। भीड़ में कई महिलाओं की साड़ियां खींची गईं, और इस भयावह घटना ने सरकार की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए। इस पूरे मामले को लेकर लोगों में गुस्सा और रोष देखने को मिल रहा है।

 पूरी रिपोर्ट देखने के लिए Max Maharashtra Hindi के यूट्यूब चैनल पर वीडियो देखें।

 महाकुंभ में महिलाओं के साथ अभद्रता, श्रद्धालुओं में रोष

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, स्नान घाटों पर भारी भीड़ के कारण प्रशासन भीड़ नियंत्रण करने में पूरी तरह विफल रहा। भीड़ के बढ़ते दबाव के कारण कई महिलाओं के कपड़े खींचे गए, साड़ियों को जबरन उतारा गया और कई श्रद्धालुओं के कीमती सामान भी चोरी हो गए।

महिलाओं ने रोते हुए बताया कि उन्हें असहज स्थिति का सामना करना पड़ा और पुलिसकर्मी बेबस नजर आए। कई लोग महिला सुरक्षा व्यवस्था को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार की आलोचना कर रहे हैं।

"हम आस्था के साथ यहां आए थे, लेकिन जो कुछ हुआ, वह किसी बुरे सपने से कम नहीं था। हमें बचाने के लिए कोई पुलिसकर्मी मौजूद नहीं था।" – एक पीड़ित महिला श्रद्धालु

"सरकार ने दावा किया था कि यह सबसे सुरक्षित महाकुंभ होगा, लेकिन हमारी बहन-बेटियों के साथ जो हुआ, वह दिल दहला देने वाला है।" – एक स्थानीय दुकानदार

 प्रशासन की नाकामी और VIP व्यवस्था का मुद्दा

महाकुंभ में इस बार प्रशासन VIP श्रद्धालुओं को प्राथमिकता दे रहा है, जिससे आम लोगों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।

🔹 VIP एंट्री गेट से सिर्फ खास लोगों को प्रवेश दिया जा रहा है

🔹 सामान्य श्रद्धालुओं को बैरिकेडिंग के बाहर घंटों इंतजार करना पड़ा

🔹 पुलिस आम लोगों पर लाठीचार्ज कर रही थी, लेकिन VIP की सुरक्षा चाक-चौबंद थी

स्थानीय लोगों और श्रद्धालुओं का कहना है कि उत्तर प्रदेश सरकार की यह नीति आम भक्तों के साथ अन्याय है। सरकार ने सुरक्षा के बड़े-बड़े दावे किए थे, लेकिन हालात इसके विपरीत हैं।

 सरकार पर उठे सवाल, विपक्ष ने भी किया हमला

महाकुंभ में हुई इस अराजकता और महिलाओं के साथ हुई बदसलूकी पर राजनीतिक दलों ने भी सरकार को घेरा है।

🔸 विपक्षी नेताओं ने कहा कि भाजपा सरकार आम लोगों की सुरक्षा करने में पूरी तरह विफल हो गई है।

🔸 सामाजिक कार्यकर्ताओं ने मांग की है कि दोषियों को कड़ी सजा मिले और महिलाओं की सुरक्षा बढ़ाई जाए।

🔸 पीड़ित महिलाओं ने सरकार से न्याय की गुहार लगाई है।

वहीं, प्रशासन ने इस पूरे मामले पर कहा कि "हम हालात को नियंत्रण में लाने की कोशिश कर रहे हैं। दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।" लेकिन अब तक किसी भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया गया है।

 पीड़ित महिलाओं को न्याय कब मिलेगा?

महाकुंभ 2025 में हुई घटनाओं ने यूपी सरकार की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

➡️ क्या महिलाएं अब धार्मिक आयोजनों में भी सुरक्षित नहीं हैं?

➡️ पुलिस की मौजूदगी के बावजूद महिलाओं के साथ ऐसा दुर्व्यवहार कैसे हुआ?

➡️ सरकार इस मामले पर क्या ठोस कदम उठाएगी?

महाकुंभ श्रद्धालुओं के लिए आस्था और विश्वास का संगम होता है, लेकिन इस बार की घटनाओं ने इसे भय और अव्यवस्था का प्रतीक बना दिया है।

 पूरी घटना का वीडियो देखने के लिए Max Maharashtra Hindi के यूट्यूब चैनल पर जाएं।

 आप क्या सोचते हैं? इस घटना पर आपकी राय हमें कमेंट में बताएं।


Tags:    

Similar News