Mahakumbh 2025 : श्रद्धालुओं ने तोड़े बैरिकेड्स, VIP गेट पार कर पुलिस को किया बेबस, कई घायल !

Update: 2025-01-29 08:40 GMT

प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ 2025 के दौरान भारी भीड़ के चलते अफरा-तफरी मच गई। श्रद्धालुओं ने VIP गेट पार कर पुलिस बैरिकेड्स तोड़ दिए, जिससे भगदड़ जैसी स्थिति बन गई। इस घटना में कई लोग घायल हो गए, और प्रशासन के लिए भीड़ को नियंत्रित करना एक बड़ी चुनौती बन गया।

VIP गेट पार कर श्रद्धालुओं ने मचाई भगदड़

महाकुंभ में हर बार करोड़ों श्रद्धालु पवित्र स्नान के लिए आते हैं, लेकिन इस बार भीड़ प्रशासन के अनुमान से कहीं ज्यादा थी। VIP गेट पर आम लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी, जिससे पुलिस बैरिकेडिंग टूट गई और लोग अनियंत्रित तरीके से आगे बढ़ गए। प्रयागराज प्रशासन और पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने की पूरी कोशिश की, लेकिन कुछ श्रद्धालु जबरदस्ती बैरिकेड्स पार कर गए।

कई श्रद्धालु हुए घायल

इस भगदड़ में कई श्रद्धालु घायल हो गए। कई लोगों को कुचलने से चोटें आईं और कुछ को अचानक हुई भीड़भाड़ के कारण सांस लेने में तकलीफ हुई। घायलों को तुरंत नजदीकी चिकित्सा केंद्रों में भेजा गया।

कमिश्नर विजय विश्वास पंत ने किया अनाउंसमेंट

घटना के दौरान प्रयागराज में मौजूद कमिश्नर विजय विश्वास पंत ने माइक से अनाउंसमेंट किया, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

उन्होंने श्रद्धालुओं से अपील करते हुए कहा:

"यहां सोने का कोई फायदा नहीं है, जो सोबत है, वो खोबत है। इसलिए उठो और स्नान करो, सुरक्षित रहो।"

"और भी लोग आएंगे, जिससे भगदड़ मचने की संभावना है। जो पहले आ गए हैं, उन्हें पहले स्नान करके चले जाना चाहिए।"

प्रशासन की कड़ी मेहनत, लेकिन भीड़ पर काबू पाना मुश्किल

प्रशासन ने पहले से ही सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए थे, लेकिन इस बार भीड़ इतनी ज्यादा थी कि VIP गेट पर भी नियंत्रण नहीं रह पाया। पुलिस कर्मियों ने श्रद्धालुओं से संयम बनाए रखने की अपील की, लेकिन भीड़ इतनी अधिक थी कि स्थिति संभालना मुश्किल हो गया।

भविष्य के लिए प्रशासन का प्लान

इस घटना के बाद प्रशासन ने महाकुंभ में भीड़ नियंत्रण के लिए नए कदम उठाने की योजना बनाई है। अब VIP गेट और सामान्य श्रद्धालुओं के प्रवेश द्वारों की सुरक्षा को और कड़ा किया जाएगा।

क्या सबक लिया जाना चाहिए?

प्रशासन को सुरक्षा व्यवस्था और मजबूत करनी होगी, ताकि श्रद्धालुओं को सुरक्षित स्नान का अवसर मिले।

श्रद्धालुओं को संयम बरतना चाहिए और नियमों का पालन करना चाहिए, ताकि कोई अप्रिय घटना न हो।

भीड़ नियंत्रण के लिए VIP गेट को अधिक सुरक्षित बनाने की जरूरत है।

निष्कर्ष

महाकुंभ 2025 की यह घटना एक सीख है कि जब श्रद्धालु धैर्य नहीं रखते, तो भगदड़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो जाती है। प्रशासन अपनी तरफ से पूरी कोशिश कर रहा है, लेकिन श्रद्धालुओं को भी समझदारी दिखाने की जरूरत है। आस्था के इस महापर्व में सभी को सुरक्षित रहना जरूरी है, ताकि कुंभ का यह दिव्य आयोजन शांतिपूर्वक संपन्न हो सके।

आपका क्या मानना है? क्या प्रशासन को भीड़ नियंत्रण के लिए और सख्त कदम उठाने चाहिए? अपनी राय हमें कमेंट में बताएं!


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