भूस्खलन से सातारा-प्रतापगढ़-कुंभरोशी मार्ग पूरी तरह से बंद
सातारकर की उम्मीदों पर क्या खरे उतरेंगे मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, किसानों और लोगों का बरसात से हुआ नुकसान की क्या करेगें भरपाई। क्या मिलेगा जिले के लोगों को सरकार का मुआवजा!!
सतारा: कुंभरोशी प्रतापगढ़ रोड पर कल आधी रात को एक बड़ा हादसा सामने आया, भूस्खलन से सातारा-प्रतापगढ़-कुंभरोशी मार्ग पूरी तरह से प्रभावित हो गया है। हादसे के दौरान गनीमत यह रही कि कोई हताहत नहीं हुआ क्योंकि मार्ग पर उस समय गाड़ियों का तेज बरसात के चलते आवागमन कम था। हादसे के बाद से पूरे मार्ग को बंद कर दिया गया है।
भूस्खलन के चलते यातायात पूरी तरह से बंद है गाड़ियों को दूसरे मार्ग से डायवर्जन किया जा रहा है। हादसे के बाद स्थानीय लोगों ने तुरंत निर्माण विभाग के उप अभियंता गोंजारी से संपर्क किया। निर्माण विभाग की ओर से तत्काल जेसीबी भेजी गई है,और भूस्खलन के दौरान मार्ग पर आए मिट्टी और पत्थरों को हटाने की कवायद की जा रही है। तहसीलदार सुषमा चौधरी-पाटील ने सतारा क्षेत्र के महाबलेश्वर तालुका के सभी घटनाक्रमों पर नजर रखी है। वे संबंधित विभागों को को तत्काल मदद के निर्देश दे रही हैं। दो दिन से जारी बरसात के कारण सातारा का हाल भी बेहाल है लोगों को बारिश के चलते काफी दिक्कतें उठानी पड रही है। सबसे ज्यादा यहां पर किसानों को मुश्किलों का सामना करना पड रहा है।
जिले के कई इलाके बरसात से चपेट में आए है लोगों को उम्मीद है कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे सातारा से है लोगों को उम्मीद है कि उनकी ओर सरकार का विशेष ध्यान होगा। भले ही मुख्यमंत्री का यह विधानसभा क्षेत्र न हो लेकिन मुलत रहने वाले सातारा के ही वो सातारा जिले से है। स्वर्गीय यशवंतराव चव्हाण, बाबासाहेब भोसले, पृथ्वीराज चव्हाण के बाद सातारकर के चौथे मुख्यमंत्री बने हैं एकनाथ शिंदे।