दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरिवाल को ईडी ने गिरफतार कर जेल में डाल दिया है, आम आदमी पार्टी ने पहले ही कह दिया कि केजरीवाल मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा नहीं देंगे। इडी कि हिरासत में रहते हुए अरविंद केजरिवाल ने दो फैसले दिए है। पहला फैसला पानी को लेकर अरविंद केजरीवाल ने दिए थे, जिसमें मंत्री आतिशी उन्होंने कहा है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पानी और सीवरेज से संबंधित जन कल्याण कार्य शुरू करने के लिए एजेंसी की हिरासत से उन्हें निर्देश भेजे हैं।
वहीं आज दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने बताया कि दिल्ली के मुख्यमंत्री ने उन्हें डायरेक्शन भेजी हैं. कुछ अस्पतालों में मुफ्त ब्लड टेस्ट, सैंपल उपलब्ध नहीं हैं. अरविंद केजरीवाल को लगता है कि उनके जेल में जाने के कारण लोगों को परेशानी नहीं होनी चाहिए. मिडिल क्लास आदमी अस्पताल जाए तो दवाइयां खरीद सकता है, लेकिन गरीब के लिए ऐसा नहीं है, वो सरकार के लिए आश्रित हैं. कई मरीज़ जिंदगी भर के लिए दवाइयों पर निर्भर हैं. जैसे- डायबटीज़, शुगर के मरीज. इन टेस्ट के लिए वो हमारे मोहल्ला क्लिनिक पर निर्भर हैं. मुझे आदेश दिया है कि इसके ऊपर जल्द से जल्द कदम उठाए जाएं. सभी अस्पतालों में दवाइयों, टेस्ट मुफ्त मिलें और उनकी उपलब्धता कम ना हो. उनका निर्देश हमारे लिए भगवान के आदेश की तरह है. हम सब लोग उनके सिपाही हैं. उनके लिए चौबीस घंटे काम करेंगे.
आप को बता दे कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरिवाल के द्वारा दिए गए आदेश के बाद स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि आज केजरीवाल जी हिरासत में हैं, तो भी दिल्ली के लोगों के स्वास्थ को लेकर चिंतित हैं. इससे पहले जल मंत्री आतिशी ने रविवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि केजरीवाल ने शनिवार को ईडी की हिरासत से उन्हें पानी और सीवरेज से संबंधित सार्वजनिक मुद्दों को हल करने के लिए ‘अपने निर्देशों' के साथ एक दस्तावेज भेजा था.