नई दिल्ली। इंडियन प्रीमियर लीग के 13वें सीजन का आगाज 19 सितंबर से युनाइटेड अरब अमीरात (यूएई) में होने जा रहा है। आईपीएल 2020 को लेकर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने एसओपी जारी कर दिया है। आईपीएल का टाइटल स्पॉन्सर 'वीवो' का हटना भी लगभग तय माना जा रहा है, जिसके बाद बीसीसीआई के सामने एक और मुश्किल आ खड़ी हुई है, कि उन्हें आखिरी वक्त पर कौन टाइटल स्पॉन्सर मिलेगा।
आईपीएल फ्रेंचाइजी टीम किंग्स इलेवन पंजाब के को-ओनर नेस वाडिया का मानना है कि टाइटल स्पॉन्सर के बारे में सोचने से ज्यादा इस बात पर ध्यान दिया जाना चाहिए कि टूर्नामेंट के दौरान एक भी कोविड-19 का पॉजिटिव मामला सामने नहीं आए। बीसीसीआई ने हालांकि पुष्टि नहीं की है कि चीनी मोबाइल कंपनी 'वीवो' ने इस सीजन के लिए टाइटल स्पॉन्सर से हटने का फैसला किया है। ऐसी संभावना है कि कंपनी चीन और भारत के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए कम से कम इस सीजन में 440 करोड़ रुपये (प्रत्येक वर्ष) के अनुबंध से हट जाएगी। वाडिया ने मालिकों की हुई बैठक में कहा, 'काफी अटकलें चल रही हैं। मुझे लगता है कि यह सब बेकार है। हम केवल एक चीज जानते हैं कि आईपीएल हो रहा है। हम खिलाड़ियों और इसमें शामिल होने वाले अन्य लोगों की सुरक्षा के बारे में बहुत ज्यादा चिंतित हैं।
अगर एक भी मामला सामने आ जाता है तो आईपीएल बर्बाद हो सकता है।' वाडिया ने कहा कि जून में पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुई झड़प के बाद आईपीएल को धीरे-धीरे चीनी स्पॉन्सर से अलग हो जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो चीनी कंपनी की जगह लेने के लिए काफी स्पॉन्सर्स मौजूद हैं। उन्होंने कहा, 'मैं नहीं जानता कि बीसीसीआई ने टाइटल स्पॉन्सर के लिए क्या फैसला किया है। सभी टीम मालिकों की बैठक काफी अच्छी रही और हम सभी आईपीएल को सफल बनाना चाहते हैं। हमें बीसीसीआई का सहयोग करना चाहिए और जल्द ही फिर से बैठक करेंगे।'