मातोश्री के बाहर शहीद हुए शिवसैनिकों को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से मिली मदद

Update: 2022-07-12 16:42 GMT

ठाणे: शाहपुर तालुका के कसारा के एक शिवसेना के पदाधिकारी भगवान काले, जो शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से मिलने मुंबई के मातोश्री गए थे, उनका दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मृतक पदाधिकारी के परिवार को 3 लाख रुपये देने का निर्देश दिया है। पूर्व विधायक पांडुरंग बरोरा और साईनाथ तारे ने आज काले परिवारों को एक लाख रुपये मदद की उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे द्वारा दोनों बच्चों की शिक्षा पालन की जिम्मेदारियों पूरा किया जाएगा।




 


कसारा के शिवसेना पदाधिकारियों के भगवान काले मातोश्री गए थे। बैठक शुरू होते ही वे अचानक असहज महसूस करने लगे। काले को तुरंत कला नगर के अस्पताल ले जाते समय दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। इस घटना ने काले परिवार का एकमात्र सहारा खो दिया था।कसारा के वासला गांव के रहने वाले भगवान काले के परिवार एक बेटा बेटी और पत्नी के साथ रहते थे। सच्चे शिवसैनिक थे भगवान काले लेकिन शिवसेना की तरफ से उनको जो मदद मिलनी चाहिए थी वो नहीं मिली उनके परिजनों को एकनाथ शिंदे देवारा मिली मदद से उनका परिवार इस मदद से उनका धन्यवाद कर रहा है।

तमाम मीडिया ने खबर दी थी कि मातोश्री के बाहर इंतजार करते हुए भगवान काले की मौत हो गई थी। हालांकि, इस परिवार की साधारण सांत्वना के लिए शिवसेना का एक भी नेता नहीं आया। घटना के दूसरे दिन शिवसेना प्रवक्ता सांसद संजय राउत नासिक के दौरे पर थे। आगे-पीछे वह कसारा होते हुए नासिक गए, लेकिन फिर भी वह काले परिवार को सांत्वना देने के लिए एक पल के लिए भी रुके नहीं। जिसने आम शिवसैनिकों को भी हैरान कर दिया इतना ही नहीं, मातोश्री से किसी ने भी काले परिवार की सुविधा के लिए एक साधारण संपर्क तक नहीं किया।




 

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को जैसे ही इस बात का पता चला, उन्होंने अपने सहयोगी शिवसेना ठाणे ग्रामीण सचिव साईनाथ तारे, पूर्व विधायक पांडुरंग बरोरा को काले परिवार को तत्काल एक लाख रुपये की सहायता के लिए भेजा और पूरे शैक्षणिक खर्च को वहन करने की घोषणा की। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने काले परिवार से कहा है कि वह इसी दुखद घड़ी में परिवार के साथ हैं और उनकी हर संभव मदद के लिए तैयार हैं।

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