पुणे में नाबालिगों की सिगरेट और दारू की पार्टी, सिगरेट नहीं देने पर अपने ही दोस्त को उतारा मौत के घाट

बच्चों के प्रति लापरवाही बरतने का नतीजा यही होता है शिक्षा का अभाव, घर के अंदर मधुर वातावरण न होना, हम सबको बनना होगा ज़िम्मेदार ताकि कोई न हो बालक अपराधी बनने का शिकार!!

Update: 2022-07-05 22:46 GMT

पुणे: पिंपरी चिंचवड पुलिस आयुक्तालय के अंतर्गत आने वाले मोशी के जंगल में एक हैरान मानवता को शर्मशार कर देने वाली घटना सामने आने पर लोग असमंजस में भी है। जो उम्र खेलने खाने और पढ़ने लिखने की उस उम्र में बच्चे नशे के सेवन में एक दूसरे की जान ले रहे है।  जहां एक 15 वर्षीय लड़के की कोयता मारकर उसके ही दोस्तों ने हत्या कर दी।घटना के पहले जब सुमित घर नहीं आया तो घर वाले पुलिस स्टेशन में गए थे जहां पुलिस ने किडनैपिंग का मामला किया था लेकिन सुमित की लाश मिलने पर पुलिस ने जांच शुरू की तो दारू सिगरेट और पार्टी की बात सामने आयी और सभी नाबालिग गिरफ्तार हुए।



पांच नाबालिग आरोपियों ने 15 साल के लड़के सुमित बनसोडे की हत्या कर दी है। सुमित के मित्र ने अन्य मित्रों को यह बताने के लिए इकट्ठा किया कि उन लोगों ने जो कबूतरों का एक झुंड जंगल में बनाए गए झोपडी में रखा है उसको दूसरे गांव के लड़के चोरी करने के लिए आने वाले है। यह कहकर मृतक को अपने साथ लेकर गए कि अगर हम सब रहेगे तो वहां पर कोई चोरी करने नहीं आएगा। मृतक अपने ही इलाके के दोस्तों के साथ गया था उसको कोई अंदेशा नहीं था। लेकिन जंगल में उसके साथ गए आरोपी बच्चों ने पहले से मृतक सुमित से पैसे मांग कर शराब सिगरेट इत्यादि की व्यवस्था कर रखी थी। सुमित ने पैसे अपनी मां से लिए थे।




 



सुमित ने ही पार्टी में शराब और सिगरेट मुहैया कराई थी, दोस्तों ने जंगल में पहले से स्पीकर इत्यादि की व्यवस्था की थी। कबूतर रखवाली के नाम पर जंगल में शराब और सिगरेट की पार्टी का दौर जारी था। पार्टी में स्पीकर पर सभा ने जमकर नाचा दारू पी सिगरेट के सुट्टे मारे उसके बाद पार्टी खत्म हुई फिर दोस्तों ने सुमित के पास पडे से सिगरेट की डिमांड की सुमित ने सिगरेट देने से मना कर दिया तो उसमें से दो लोगों ने पहले सुमित के साथ हाथापाई और दो लोगों ने मिलकर सुमित को खुब मारा जिसमें एक ने मन बनाया और कोयता से सुमित पर वार करके जान से मार डाला। दोस्त की हत्या करने के बाद सभी अपने अपने घर पर आए और शांत थे जैसे उनको कुछ पता ही नहीं। 



गिरफ्तार सभी आरोपी नाबालिग थे और कोई अपराध करें और पकड़ा न जाए ऐसा कोई ट्रिक का इस्तेमाल भी नहीं किया था। पुलिस को पहली दृष्टि में मामले की जांच में सभी नाबालिगों के बारे में पता चल गया और गिरफ्तार कर पूछताछ की गई तो उन्होंने सारी सच्चाई पुलिस को बया कर दी। गिरफ्तार सभी बच्चों को जुवेनाइल एक्ट के तहत गिरफ्तार (Juvenile Justice)   के सामने पेश करने के बाद पुलिस ने उन्हें बाल सुधारगृह में भेज दिया है। इन बच्चों के द्वारा इस तरह की घटना ने पूरे पिंपरी चिंचवड को झकझोर दिया है। मृतक सुमित के पिता का का उसके पैदा होने के कुछ साल के बाद देहांत हो गया था सुमित अपनी मां के साथ अकेला रहता था उसकी मां एक स्कूल में सहायक क्लर्क के रूप में काम करती है।

मंचक इप्पर ( पोलिस उपायुक्त, पिंपरी चिंचवड ) पूरे मामले पर दे रहे है जानकारी


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