यह मामला एक परिवारिक विवाद का गंभीर मोड़ ले चुका है, जहां अतुल सुभाष के पिता ने अपने चार साल के पोते की कस्टडी को लेकर आत्महत्या की धमकी दी है। उन्होंने आरोप लगाया है कि निकिता और निशा, जो कथित तौर पर बच्चे की देखभाल कर रही हैं, उन्हें अपने पोते से मिलने तक नहीं देतीं।
इस स्थिति से परेशान होकर अतुल सुभाष की मां ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है, जहां उन्होंने अपने पोते की कस्टडी की मांग की है। उनका कहना है कि बच्चा अपने दादा-दादी के अधिकार क्षेत्र में रहना चाहिए और उन्हें बच्चे से मिलने या देखभाल करने से रोका जाना अनुचित है।
अतुल सुभाष के पिता ने मीडिया के सामने यह बयान दिया कि अगर उनके पोते को जल्द नहीं ढूंढा गया या उन्हें पोते से मिलने का अधिकार नहीं दिया गया, तो वह आत्महत्या जैसा कदम उठा सकते हैं। उनके इस बयान से मामला और भी संवेदनशील हो गया है।
यह मामला अब सुप्रीम कोर्ट के समक्ष है, और कोर्ट यह तय करेगा कि बच्चे की कस्टडी किसे मिलेगी। यह विवाद न केवल परिवार के लिए बल्कि बच्चे के भविष्य के लिए भी एक महत्वपूर्ण मुद्दा बन गया है।