महाराष्ट्र में सत्ता पर काबिज होने के बाद सीएम एकनाथ शिंदे अब शिवसेना संगठन पर भी काबिज होने की कवायद में!!
मुंबई: एकनाथ शिंदे ने शिवसेना की कार्यकारिणी भंग कर, नई कार्यकारिणी गठित कर दी है। और एकनाथ शिंदे नई कार्यकारिणी के प्रमुख बना दिए गए है। शिवसेना के 12 सांसदों ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए शिंदे को अपना समर्थन दे दिया है। कल रात 9 बजे मुंबई से दिल्ली की उड़ान भरी और देर रात तक उन्होंने दिल्ली में शिवसेना के अब तक खुलकर जाहिर विद्रोह न करने वाले सांसदों से मिले। लेकिन पत्रकारों को इसके बारे में कुछ नहीं सिर्फ इतना ही कहा कि वो ओबीसी आरक्षण के सिलसिले में यहां पर वकीलों से राय लेने आए है। लेकिन सीएम शिंदे की सांसदों पर यह पकड अब शिवसेना को पूरी तरह से हिलाकर रख देने वाली है। क्योंकि अब शिवसेना के दावेदारी की बात है अब तक अपने आपको शिवसैनिक और शिवसेना प्रमुख के पदचिन्हों पर चलने वाले अब शिवसेना हथियाने जा रहे है।
दिल्ली में सांसदों के साथ मुख्यमंत्री की डिनर डिप्लोमेसी
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे आज दिल्ली के दौरे पर हैं। वह करीब 11 बजे दिल्ली एयरपोर्ट पर उतरे। इसके बाद वह एयरपोर्ट के पास एक होटल में गए।शिवसेना से अलग हुए 12 सांसदों का एक समूह इस होटल में रुका था। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने इन सांसदों के साथ भोजन किया। और फिर इस जगह को छोड़ दिया। मीडिया से बात करते हुए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने होटल के बाहर सांसदों की कई गाड़ियां भी खड़ी थी। बैठक के बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र सदन के लिए रवाना हो गए। आज दिन भर इसी को लेकर गहमा गहमी है। शिवसेना और एकनाथ शिंदे द्वारा दोनो तरफ से लेकर पहल जारी है
एकनाथ शिंदे, मुख्यमंत्री
हमें अपनी न्यायपालिका पर अटूट विश्वास और भरोसा है। लोकतंत्र में बहुमत (विधानसभा में) का महत्व होता है। हमने सभी नियमों का पालन किया है। उद्धव ठाकरे खेमे द्वारा सर्वोच्च न्यायालय में दाखिल याचिका पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने कहा।
संजय राउत, शिवसेना सांसद
शिवसेना से टूटे हुए लोगों के गुट ने शिवसेना की राष्ट्रीय कार्यकारिणी बना ली और हमारी कार्यकारिणी को बर्खास्त कर दिया...आप लोग(एकनाथ शिंदे गुट) टूट कर अलग चले गए। 20 तारीख से SC में सुनवाई होगी कि आप विधायक रहेंगे या नहीं और आप हमें ही बर्खास्त कर रहे हैं।