मुंबई: शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे द्वारा पार्टी के सभी सांसदों की आज महत्वपूर्ण बैठक में मातोश्री में बुलाया गया था। जिसमें पार्टी ने सभी सांसदों की सहमति क्या है किस राष्ट्रपति उम्मीदवार को समर्थन दिया जाए और भी कई मुद्दों पर चर्चा होनी थी। एनडीए समर्थन में खड़े उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को समर्थन किया जाए कि विपक्ष के यशवंत सिन्हा का इसको लेकर भी पार्टी ने अपना प्रस्ताव सांसदों तक रखा। लेकिन आज की शिवसेना की इस बैठक शिवसेना के ७ सांसद नदारत दिखे। चर्चा है कि एकनाथ शिंदे की बगावत के बाद कुछ सांसद भी शिंदे गुट में शामिल होंगे। जिसमें भावना गवली का नाम सबसे आगे है।
क्योंकि कुछ दिन पहले भावना गवली ने उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर स्वाभाविक गठबंधन के तौर पर बीजेपी के साथ जाने ओर इशारा किया था। उसके बाद भावना गवली के भी शिंदे समूह में जाने की अफवाह उड़ी थी। इन सबके बाद शिवसेना ने उन्हें लोकसभा में शिवसेना सांसद दल के नेता से हटाकर राजन विचारे को अपना प्रतिनिधि नियुक्त किया। इसी पृष्ठभूमि में शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने आज अपने आवास पर सभी सांसदों की बैठक की। पता चला है कि बैठक संसद के आगामी सत्र और राष्ट्रपति चुनाव के संदर्भ में बुलाई गई थी। हालांकि इस बैठक में कहा जा रहा है कि विधायकों के बाद सांसद भी बगावत करेंगे!!
ईडी के दबाव में होने के लिए भावना गवली की आलोचना की गई है। भावनात्मक नुकसान का यह मामला वास्तव में क्या है? उनके कंपनी के लोगों से पूछताछ और उनको भी ईडी के दो से तीन समन भेजे जा चुके है ऐसे में मरता क्या न करता। भावना गवली के खिलाफ जिस तरह से भाजपा नेता किरीट सोमैया ने करोड़ों के घोटाले की बात सामने लाई थी। इससे वाशिम में नाराज शिवसैनिकों ने किरीट सोमैया का काफिला रोककर स्याही फेंकी थी। तब से मामले ने तूल पकड़ा ईडी के रडार पर आ गई भावना गवली!!
ईडी ने सितंबर में भावना गवली से जुड़ी जगहों पर छापेमारी की थी। ईडी ने इस मामले में सईद खान को गिरफ्तार किया था। सईद खान सांसद गवली के ट्रस्ट में निदेशक हैं। सईद खान ने ट्रस्ट को अवैध रूप से कंपनी में बदलने के लिए मध्यस्थता की। इसलिए चैरिटी कमिश्नर के कार्यालय ने भी पाया भ्रष्टाचार होता था। कुल धोखाधड़ी 18 करोड़ की है और ईडी ने उनसे 7 करोड़ रुपये की नकदी की हेराफेरी का आरोपों के चलते उनसे पूछताछ की गई थी। भावना गवली को आगे की पूछताछ के लिए तीन बार तलब किया गया था।
ईडी की इस कार्रवाई पर भावना गवली ने कहा था कि बीजेपी ने अत्याचारी सत्र शुरू किया है. आप मेरे और मेरे संगठन के बारे में जो पूछना चाहते हैं, वह करें। लेकिन शिवसेना अन्याय के खिलाफ लड़ने वाली पार्टी है। उन्होंने कहा, 'हम बिना लड़े नहीं रहेंगे। अगर आप मुझसे सवाल कर रहे हैं तो आपको वाशिम जिले के भाजपा विधायकों से भी सवाल करना चाहिए।' यह पत्थर ईडी की जांच पर फेंककर भावना गवली ने अपना बचाव किया था।
शिवसेना के मातोश्री पर आज की बैठक में 19 लोकसभा सांसदों में से 12 सांसद शामिल हुए जबकि 7 सांसद अनुपस्थित रहे। जबकि पार्टी के राज्यसभा सांसद 1. संजय राउत 2. प्रियंका चतुर्वेदी 3. अनिल देसाई (दिल्ली में थे)
बैठक में मौजूद सांसद कौन थे सांसद बैठक से कौन अनुपस्थित रहे...
1. गजानन कीर्तिकर 1. यवतमाल-वाशिम - भावना गवली
2. अरविंद सावंत 2. परभणी - संजय जाधव
3. विनायक राउत 3. कोल्हापुर - संजय मंडलिक
4. हेमंत गोडसे 4. हिंगोली - हेमंत पाटील
5. धैर्यशील माने 5. कल्याण-डोंबिवली - श्रीकांत शिंदे
6. प्रताप जाधव 6 रामटेक - कृपाल तुमाने
7. सदाशिव लोखंडे 7. दादरा-नगर हवेली - कलाबेन डेलकर
8. राहुल शेवाले
9. श्रीरंग बार्ने
10. राजन विचारे
11. ओमराजे निंबालकर
12. राजेंद्र गावित