AIMIM के 4 विधायकों ने छोड़ी पार्टी राजद में हुए शामिल, बिहार में राजद बनी सबसे बड़ी पार्टी
पटना: महाराष्ट्र के बाद अब बिहार एक बड़े राजनीतिक उठापटक के संकेत दे रहा है। असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद अल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के पांच विधायकों में से चार ने पार्टी छोड़ दी है और लालू प्रसाद यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) में शामिल हो गए हैं। वहीं, बिहार में राजद सबसे बड़ी पार्टी बन गई है। बिहार की राजधानी पटना में राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा, 'बिहार एआईएमआईएम के पांच में से चार विधायक आज हमारी पार्टी में शामिल हो गए हैं. हम उनका स्वागत करते हैं। अब हम बिहार विधानसभा में सबसे बड़ी पार्टी हैं।'
17वीं बिहार विधानसभा में AIMIM के चार माननीय सदस्यों श्री शाहनवाज,मो.अनजार नईमी,श्री मुहम्मद इजहार असफी एवं श्री सैयद रूकनुद्दीन अहमद ने राजद की विचारधारा,सिद्धांतों और आदरणीय लालू जी की जनसरोकारी नीतियों से प्रभावित होकर AIMIM के विधायक दल का राजद में विलय करने का निर्णय लिया है pic.twitter.com/lrWJwxpNQm
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) June 29, 2022
नवंबर 2020 में हुए बिहार विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 74 सीटें जीती थीं जबकि बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन ने कुल 125 सीटें जीती थीं. वहीं, राजद के नेतृत्व वाले महागठबंधन ने 110 सीटों पर जीत हासिल की. इसके अलावा एआईएमआईएम को पांच, बसपा को एक और लोजपा को एक सीट मिली थी। वहीं, एक सीट निर्दलीय उम्मीदवार के पास गई।हालांकि, एनडीए की सहयोगी, विकासशील पीपुल्स पार्टी (वीआईपी) ने बाद में गठबंधन से खुद को दूर कर लिया। लेकिन इस पार्टी के 4 में से 3 विधायक बीजेपी में शामिल हो गए और एक विधायक की मौत के बाद हुए उपचुनाव में राजद ने बोचासन सीट जीती। इस बदलाव के बाद बीजेपी के विधायकों की संख्या 74 से बढ़कर 77 हो गई है।
फिलहाल एआईएमआईएम के विधायकों के राजद में शामिल होने से राजद के विधायकों की संख्या बढ़कर 80 हो गई है। जदयू के पास 45 और कांग्रेस के पास 19 विधायक हैं। मिली जानकारी के अनुसार असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी के जो चार विधायक राजद में शामिल हुए हैं, उनमें 82 सीटों से सैयद रुकनुद्दीन अहमद, जोकीहाट विधानसभा सीट से शाहनवाज आलम, कोचाधामन सीट से मोहम्मद इजहार असफी और बहादुरगंज विधानसभा सीट से मोहम्मद निजाम मोहम्मदी शामिल हैं। इस फेरबदल के बाद ओवैसी को बिहार में बड़ा झटका लगा है। हालांकि अमौर सीट से जीते अख्तरुल ईमान अब भी ओवैसी के साथ हैं।