थे सभी ठग मर्द और नामर्द बनकर मांगते थे भीख और करते थे ठगी का धंधा, पुलिस ने तीन नकली तृतीय पंथियों को बुलढाणा से किया गिरफ्तार
आज के ठगी के दौर में जीवन यापन करने के लिए लोगों को किस हद तक हद तक अपराध करने के लिए अपने आपको किस ढांचे में ढाला जा रहा है आखिर क्यों क्योंकि जब सारे रास्ते बंद होता लोग देख लेते है तो अपराध का सहारा लेते है इन लोगों ने भी देखा कि कमाई का कोई साधन नहीं दिखकर रहा तो तृतीय पंथी बनकर भीख मांगना और लोगों को ठगना शुरू कर दिया लेकिन गांव में इनकी हरकतों से सब थे अनजान पकडे गए तो खुल गई पोल.....;
मुंबई: मुंबई में नकली तृतीय पंथियों के किस्से आपने बहुत सुने और देखे होंगे इस पर फिल्में भी बन गई है। लेकिन पुरुष आज भी मर्द नहीं हिजड़े की भूमिका में चोरी और लूट मारकर रहा है यह शर्मनाक और चौकाने वाली खबर मुंबई के अंधेरी पूर्व एमआईडीसी इलाके की है। जहां एक बच्चे के पैदा होने पर आए तीन नकली तृतीय पंथियों ने उसके घर और कहने लगे कि कुछ दो ना कुछ दो ना कहकर घर में आए घर वालों ने यथा शक्ति दो चार सौ देने की हिम्मत की लेकिन उन्होंने एक अलग ही ढोंग रचा और बच्चे को अच्छी तरह बच्चे को उनका आशीर्वाद मिले सुहाग बना रहे इसलिए मां के गले के सोने के दो गले पेंडेंट निकलवाए एक कागज की पुड़िया में बांध दिया घर में से हल्दी कुमकुम मांग कर पूजा की और एक पोटली में बहुत से समान के के बीच सोने के गहने रखे थे जो उन्होंने नजर झपकते गायब कर दिया था। पूजा करने बाद यह कहकर परिवार वालों डराने लगे कि अगर सात दिन के पहले इसको खोलकर कुछ निकाला तो श्राप लग जाएगा।
पुलिस उपायुक्त महेश्वर रेड्डी ने प्रेस कांफ्रेस के दौरान बताया कि, गिरफ्तार आरोपी खुद को तृतीय पंथी के रूप में प्रच्छन्न किया और नाटक करके लोगों को धोखा दिया। शिकायतकर्ता अलका मंसाराम प्रजापति, गृहिणी, गुप्ता चाल, अमृतवाणी, गुरुद्वारा के पास, चकला अंधेरी, पूर्व, मुंबई ने एमआईडीसी पुलिस स्टेशन, अंधेरी पूर्व, ने जब सात दिन बाद उनकी पोटली को कोला तो उसमें से सोने के गहने गायब थे। अपने साथ धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज की दर्ज कराने एमआईडीसी पुलिस स्टेशन पहुंची तो वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक सतीश गायकवाड को बताया कि उनके बेटे के पैदा होने पर 4 लोग जब चार अज्ञात पुरुष/तृतीयपंथी हमारे घर आए थे। मेरी भतीजी वर्षा के नवजात शिशु को आशीर्वाद देने के बहाने वह घर आया और रुपये की मांग की। इस डर से कि 07 दिनों के भीतर बच्चा शापित हो जाएगा, वे सोने के दो गले पेंडेंट लेकर चले गए। पुलिस ने महिला की शिकायत पर धारा 420, 34 आईपीसी के तहत मामला दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी।
एमआईडीसी पुलिस स्टेशन, मुंबई के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक सतीश गायकवाड़ ने अपराध जांच दल को उक्त अपराध में आरोपी का पता लगाने के निर्देश दिए और निर्देशित किया। इसके अनुसार, सहायक पुलिस निरीक्षक फड और क्राइम डिटेक्शन टीम के कर्मचारियों को तृतीय पंथियों को पकड़ने के लिए उसकी जानकारी निकालने के लिए क्षेत्र के निजी सीसीटीवी फुटेज और तकनीकी निरीक्षण के बाद पता चला जांच के दौरान पुलिस को ठाणे इलाके से सीसीटीवी मिला जिसमें सभी आरोपी बुलढाणा जिले के रहने वाले है। पुलिस टीम ने बुलढाणा जाकर आरोपियों के नाम पता किया और 1) प्रकाश राजेश शिंदे 24, 2) महेंद्र दगडू नागनाथ 37, 3) भानुदास देव चंद्र सावत 29 को गिरफ्तार कर मुंबई लायी। तीनों आरोपी बुलढाणा में प्रकाश राजेश शिंदे के आवास पर एक साथ बैठे थे उन्हें पुलिस ने हिरासत में लिया और जब उन्होंने उससे अपराध के बारे में पूछताछ की, तो अपराध में उनकी संलिप्तता का पता चला। उसे MIDC पुलिस स्टेशन, अंधेरी पूर्व मुंबई ले जाया गया और उक्त अपराध के लिए गिरफ्तार किया गया। उक्त आरोपी के पास से अपराध में ठगी गई संपत्ति को बरामद कर लिया गया है।
मात्र एक इस सीसीटीवी फुटेज से मुंबई पुलिस ने की बुलढाणा से तीनों की गिरफ्तारी
उक्त कार्रवाई पुलिस उपायुक्त महेश्वर रेड्डी जोन 10 अंधेरी, सहायक पुलिस आयुक्त अंधेरी डिवीजन सुनील गांवकर, वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक सतीश गायकवाड़ एमआईडीसी पुलिस स्टेशन, पुलिस निरीक्षक दीपक सुर्वे, के निर्देशन एवं मार्गदर्शन में सहायक पुलिस निरीक्षक फड और डिटेक्शन स्टाफ अवध, गोसावी, भोसले, लोखंडे द्वारा यह गिरफ्तारी की गई। गिरफ्तार तीन आरोपियों का एक साथी फरार है और इन लकली तृतीय पंथियों ने इस तरह की कितनी वारदातों को अंजाम दिया है सहायक पुलिस निरीक्षक फड मामले की जांच कर रहे है।