मध्य रेल का स्क्रैप राजस्व 135.57 करोड़ रुपए, अप्रैल-जुलाई 2022 की अवधि में अब तक का सर्वाधिक
मध्य रेल ने सभी स्टेशनों, खंडों, प्रतिष्ठानों, डिपो, कारखानों, शेडों, कार्यस्थलों को सभी विभागों/मंडलों को स्क्रैप से मुक्त करने के लिए "शून्य स्क्रैप मिशन" प्राप्त करने की दिशा में अपने अथक प्रयास जारी रखे हैं।
मुंबई: चालू वर्ष के दौरान अप्रैल से जुलाई 2022 तक, मध्य रेल ने स्क्रैप की बिक्री से 135.57 करोड़ रुपये का राजस्व दर्ज किया, जो पिछले वर्ष अप्रैल से जुलाई 2021 की इसी अवधि के दौरान हासिल किए गए 98.67 करोड़ रुपये के राजस्व की तुलना में 37.40 प्रतिशत अधिक है। मध्य रेल द्वारा उत्पन्न स्क्रैप बिक्री राजस्व रु.135.57 करोड़ किसी भी वर्ष में अप्रैल से जुलाई की अवधि के लिए स्क्रैप की बिक्री से उत्पन्न अब तक का सबसे अधिक राजस्व है।
अनिल कुमार लाहोटी, महाप्रबंधक, मध्य रेल ने कहा कि स्क्रैप डिस्पोजल से न केवल राजस्व अर्जित होता है, बल्कि परिसर को स्वच्छ और पर्यावरण के अनुकूल रखने में भी मदद मिलती है। उन्होंने यह भी कहा कि रेलवे में विभिन्न स्थानों पर स्क्रैप सामग्री की पहचान की गई है और मध्य रेल सभी के डिस्पोजल के लिए मिशन मोड में काम करेगा।
इससे पहले मध्य रेल ने अपने सभी स्टेशनों, खंडों, प्रतिष्ठानों, डिपो, कारखाने, शेडों, कार्यस्थलों के सभी विभागों/मंडलों को कबाड़ (स्क्रैप) से मुक्त करने के लिए "शून्य स्क्रैप मिशन" प्राप्त करने की दिशा में अपने अथक प्रयास जारी रखे हुए हैं। चालू वर्ष के दौरान अप्रैल से जून 2022 तक, मध्य रेल ने स्क्रैप की बिक्री से 100.08 करोड़ रुपये का राजस्व दर्ज किया, जो पिछले वर्ष जून 2021 की इसी अवधि के दौरान हासिल किए गए 61.42 करोड़ रुपये के राजस्व की तुलना में 62.94% अधिक अर्जित किया था।
मध्य रेल ने प्रत्येक मंडल, कारखाना और शेड को स्क्रैप सामग्री से मुक्त करने के लिए "शून्य स्क्रैप मिशन" शुरू किया है। इन स्क्रैप सामग्री में स्क्रैप रेल पटरियां परमानेंट-वे सामग्री, अनुपयोगी कोच, वैगन और लोकोमोटिव आदि शामिल हैं। मध्य रेल ने वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए 530.34 करोड़ रुपये राजस्व दर्ज किया है जो पिछले वर्ष की इसी अवधि की आय से 138.91 करोड़ रुपये अधिक है और 35.48 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी। पिछले वर्ष की इसी अवधि में यह राजस्व 391.43 करोड़ रुपए था।