धोखादायक पुलिस कर्मियों की इमारत के पुनर्विकास के लिए एक व्यापक नीति तैयार करेगी सरकार मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने घोषणा
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बोरीवली में पुलिस कॉलोनी का किया दौरा, पुलिस कर्मियों की जर्जर इमारतों में रहने वाली समस्या समाधान के लिए जल्द होगी बैठक
मुंबई: मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बताया कि मुंबई और उसके उपनगरों में खतरनाक पुलिस कॉलोनियों के पुनर्विकास के लिए जल्द ही व्यापक नीति तैयार की जाएगी। मुख्यमंत्री शिंदे ने बोरीवली पश्चिम में तहसीलदार कार्यालय के सामने पुलिस कॉलोनी का दौरा किया और इस भवन की वर्तमान स्थिति का जायजा लिया। मुंबई की कई पुलिस कॉलोनियों की स्थिति बहुत ही दयनीय है और उनमें रहने वाले पुलिसकर्मियों के परिवार उनके हाथों में रह रहे हैं. मुख्यमंत्री ने स्वयं इस स्थिति का दौरा किया और पुलिस परिवारों से बातचीत कर उनकी समस्या भी जानी।
इस अवसर पर बोलते हुए मुख्यमंत्री शिंदे ने बताया कि पुलिस कॉलोनियों का मसला काफी समय से लंबित है और उन्होंने इसका समाधान निकालने के लिए उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से भी चर्चा की है. इस संबंध में एक नीति को परिभाषित करने का प्रयास किया गया लेकिन इसे लागू नहीं किया जा सका इसलिए मुख्यमंत्री के रूप में बैठने के बाद एक बार फिर इस समस्या को हल करने के लिए एक व्यापक नीति तैयार की जाएगी। इस अवसर पर बोलते हुए मुख्यमंत्री शिंदे ने बताया कि इस मुद्दे पर जल्द ही गृह विभाग के सभी प्रमुख अधिकारियों के साथ बैठक की जाएगी। मुंबई में दर्जनों पुलिस इमारतों की हालत जर्जर है पुलिस स्टेशन से थक हार कर आराम करने के लिए आने वाले पुलिसकर्मियों को इस तरह की जर्जर इमारतों में रहना पडता है हमेशा किसी न किसी फ्लैट का स्लैब गिरने की घटनाएं सामने आती रहती है। बरसात के समय में हमेशा भय के माहौल में पुलिसकर्मी और उनके परिवार रहते है। पुलिस कर्मियों के मुख्यमंत्री के दौरे से काफी उम्मीद है कि उनकी इमारतों जल्द मरम्मत होगी।
पुलिस कॉलोनियों की जानकारी मिलने के बाद उन्होंने वहां रहने वाले पुलिस परिवारों से भी बातचीत की. इस दौरान उन्होंने स्पष्ट किया कि आपके घरों की समस्या का जल्द से जल्द समाधान किया जाएगा और पुलिस गृहों की संख्या बढ़ाने के भी प्रयास किए जाएंगे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के साथ स्थानीय विधायक प्रकाश सुर्वे, विधायक मनीषा चौधरी, विधायक सुनील राणे, विधायक रवींद्र फाटक, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, हाउसिंग, अर्चना त्यागी और संबंधित विभाग के अधिकारी और अतिरिक्त पुलिस आयुक्त महेश पाटील मौजूद थे।