एक भी विधायकों और समर्थकों खरोच तक नहीं आने दूंगा एकनाथ शिंदे शपथ ग्रहण से उद्धव ठाकरे को चुनौती!!
मुंबई: महाराष्ट्र के मनोनीत सीएम एकनाथ शिंदे के समर्थकों ने विधान भवन के बाहर जश्न
मुंबई: शिवसेना के 40 विधायकों सहित कुल 50 विधायक हमारे साथ हैं... हमने उनकी मदद से अब तक यह लड़ाई लड़ी है...इन 50 लोगों ने मुझ पर जो विश्वास जताया है, मैं उन पर एक खरोंच भी नहीं आने दूंगा। उनके भरोसे की वजह से आज हम सरकार का तख्ता करने में कामयाब हुए है।: महाराष्ट्र के मनोनीत सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा कि हमने जो निर्णय लिया है वह बालासाहेब के हिंदुत्व और हमारे विधायकों के निर्वाचन क्षेत्रों में विकास कार्यों के लिए प्रतिबद्ध है।
एकनाथ शिंदे ने कहा कि हम अपने निर्वाचन क्षेत्र की शिकायतों और विकास कार्यों के साथ पूर्व सीएम ठाकरे के पास गए और उन्हें सुधार की आवश्यकता पर सलाह दी क्योंकि हमें यह एहसास होने लगा कि हमारे लिए अगला चुनाव जीतना मुश्किल होगा। हमने भाजपा के साथ स्वाभाविक गठबंधन की मांग की, एक बार नहीं कई बार लेकिन उद्धव ठाकरे ने कोई ध्यान नहीं दिया। एकनाथ शिंदे ने कहा कि पार्टी छोडने के बाद भी यही प्रस्ताव हमने उनके पास भेजा था लेकिन उन्होंने स्वीकार नहीं किया।
एकनाथ शिंदे ने आगे कहा कि बीजेपी के पास 120 विधायक हैं लेकिन उसके बावजूद देवेंद्र फडणवीस ने सीएम का पद नहीं संभाला। मैं पीएम मोदी, अमित शाह और अन्य भाजपा नेताओं के साथ उनका आभार व्यक्त करता हूं कि उन्होंने उदारता दिखाई और बालासाहेब ठाकरे के सैनिक (पार्टी कार्यकर्ता) को राज्य का सीएम बनाया।
भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि शिवसेना विधायक मांग कर रहे थे कि कांग्रेस और एनसीपी से गठबंधन खत्म किया जाए लेकिन उद्धव ठाकरे ने इन विधायकों की अनदेखी कर एमवीए गठबंधन के सहयोगियों को प्राथमिकता दी, इसलिए इन विधायकों ने तेज की आवाज तेज की और नतीजा सामने है। शिवसेना ने उन लोगों के साथ गठबंधन किया जो हिंदुत्व और सावरकर के खिलाफ हैं। शिवसेना ने जनादेश का अपमान किया।