'गंगा मैया तोहे पियरी चढ़ाइबो' में अभिनय करने वाली मशहूर एक्ट्रेस कुमकुम का निधन
कभी आर कभी पार लागा तीरे नजर' के साथ बॉलीवुड में अपनी शुरुआत की थी
मुंबई। मशहूर अदाकारा कुमकुम का 86 साल की उम्र में निधन हो गया। वे लंबे समय से बीमारी थीं और दिल का दौरा पड़ने से इनका निधन हुआ। उनका असली नाम जैबुन्निशा था। नवाब परिवार से ताल्लुक रखने वाली कुमकुम का जन्म 22 अप्रैल 1934 को बिहार के शेखपुरा में हुआ था। उन्होंने हिंदी के अलावा भोजपुरी की फिल्में भी की थीं।
हिंदी सिनेमा में मदर इंडिया (1957) और कोहिनूर (1960) उनकी सबसे कामयाब फिल्मों में से एक है। कुमकुम के निधन की जानकारी सबसे पहले एक्टर जगदीप के बेटे नावेद जाफरी ने दी। उन्होंने ट्वीट किया, हमनें एक और रत्न खो दिया। मैं बचपन से इन्हें जानता था। वह हमारे लिए परिवार थीं। एक अच्छी इंसान। भगवान आपकी आत्मा को शांति दें, कुमकुम आंटी। कुमकुम ने पहली भोजपुरी फिल्म 'गंगा मैया तोहे पियरी चढ़ाइबो' में अभिनय किया था। फिल्म 1963 में रिलीज हुई थी। फिल्म सीआईडी का गीत 'ये है बॉम्बे मेरी जान' भी कुमकुम पर फिल्माया गया था। कुमकुम ने 1954 में फिल्म 'आर पार' के गीत 'कभी आर कभी पार लागा तीरे नजर' के साथ बॉलीवुड में अपनी शुरुआत की थी।
उन्होंने राजा और रंक, गीत, आंखें, और ललकार सहित कई सफल फिल्मों में अभिनय किया। अपने दौर के कई सुपरस्टार्स के साथ काम किया था, जिनमें किशोर कुमार और गुरु दत्त भी शामिल हैं। वैसे कुमकुम, गुरुदत्त की खोज मानी जाती हैं। यह भी कम रोचक नहीं है कि मुंबई में लिकिंग रोड पर कभी उनके बंगले का नाम ही कुमकुम हुआ करता था। आज उस बंगले को तोड़कर बिल्डिंग बना दी गई है।