जैन श्वेतांबर समाज के पर्युषण पर्व, कोरोना काल में इस तरह मनाएं पर्व
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मुंबई। श्वेतांबर जैन समाज के पर्वाधिराज पर्युषण प्रारंभ हैं। यह पर्युषण पर्व 22 अगस्त तक चलेंगे। इस दौरान जैन धर्मावलंबी तप और आराधना में लीन होंगे। इन दिनों प्रतिदिन सुबह भक्तांबर पाठ, कल्पसूत्र वाचन होगा। हर साल श्वेतांबर जैन समाज (मूर्तिपूजक) में इस पर्युषण महापर्व की शुरुआत विशेष पूजन-अर्चन, साज-सज्जा, आरती, मंदिरों में सजावट, अंगरचना के साथ विभिन्न धार्मिक आयोजनों के साथ होती है, लेकिन इस बार श्वेतांबर समाज के सकल जैन महापंचायत ने इस खास पर्व के लिए गाइड लाइन जारी की है, जिसके तहत मंदिरों में प्रवेश पर पूरी तरह से प्रतिबंध रहेगा और कोरोना संक्रमण को देखते हुए तय की गई गाइड लाइन का पालन पूरी तरह से किया जाएगा।
इस बार पर्युषण पर्व के दौरान कोरोना संक्रमण का पूरी तरह से ध्यान रखा जाएगा तथा मंदिर जी में केवल देव दर्शन ही करवाए जाएंगे। मंदिर में देव दर्शन के दौरान 5 से ज्यादा व्यक्तियों के आने पर प्रतिबंध रहेगा। मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ इकट्ठी नहीं की जाएगी। इन दिनों होने वाली समस्त धार्मिक क्रिया, भक्तांबर पाठ, कल्पसूत्र वाचन और पूजा पाठ आदि घर में ही आयोजित किए जाएंगे। इस बार मंदिरों में किसी भी तरह के धार्मिक आयोजन आयोजित नहीं किए जाएंगे। 20 अगस्त को भगवान महावीर स्वामी का जन्म वाचन होगा। कोरोना के चलते धार्मिक कार्यक्रम व प्रतियोगिताएं ऑनलाइन होंगी। इसके बाद दिगंबर समाज के पर्वाधिराज पर्युषण पर्व शुरू हो जाएंगे जो कि 23 अगस्त से 1 सितंबर तक चलेंगे।