ठंडी के मौसम में बढ़ेगा कोरोना? डॉ. हर्षवर्धन ने कहा मास्क है जरूरी
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नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने रविवार को आयोजित होने वाले सोशल मीडिया इंटरेक्शन कार्यक्रम 'संडे संवाद' में कहा कि SARS Cov 2 एक रेस्पिरेट्री वायरस है और ऐसे वायरस को ठंड के मौसम में बढ़ने के लिए जाना जाता है। रेस्पिरेट्री वायरस ठंड के मौसम और कम आर्द्रता की स्थिति में बेहतर तरीके से पनपते हैं। एक और तथ्य है जिसे ध्यान में रखना आवश्यक है। सर्दियों के दौरान, आवासीय आवासों में भीड़भाड़ होती है।
इससे मामले बढ़ सकते हैं... इसलिए भारतीय संदर्भ में, यह मानना गलत नहीं होगा कि सर्दियों के मौसम में मामलों की संख्या में वृद्धि देखी जा सकती है।मंत्री ने यूरोपीय देशों का भी उदाहरण दिया, जिसमें विशेष तौर पर ब्रिटेन के बारे में बताया, जहां पर ठंड के मौसम में कोरोना वायरस के मामलों में वृद्धि देगी गई थी। उन्होंने इसी के साथ लोगों को आगाह किया कि आप इसे मेरी चेतावनी समझ लें या फिर सलाह, लेकिन अगर त्योहारों के दौरान हमने लापरवाही बरती तो कोरोना फिर से विकराल हो जाएगा। मैं कहूंगा कि त्योहारों के दौरान दो गज की दूरी, मास्क है जरूरी'का पालन जरूर करें।
बाहर जाने के बजाय घर पर रहकर परिवार के साथ त्योहार मनाएं। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, ''दुनिया का कोई भी धर्म अथवा भगवान यह नहीं कहता कि आप लोगों की जिंदगी खतरे में डालकर त्योहार मनाएं। कोरोना के खिलाफ जंग को जीतने के लिए हमें पीएम मोदी के जन आंदोलन को गंभीरता से लेना होगा।''
देश और विश्व भर में विकराल ले चुके इस संक्रमण से निपटने के लिए वैक्सीन आने के संबंध में उन्होंने कहा कि देश में कोरोना वैक्सीन पर वैज्ञानिकों की उच्च स्तरीय टीम निरंतर जुटी हुई है उम्मीद है कि घरेलू स्तर पर वैक्सीन अगले वर्ष जुलाई तक आ सकती है। उन्होंने कहा कि एक अनुमान के मुताबिक देश में कोरोना वैक्सीन की पहली खेप में 40 से 50 करोड़ खुराक आ सकती है।