काजू किसानों का शोषण रोकने के लिए सरकार तुरंत 'काजू बीज' के गारंटी मूल्य की घोषणा करे नेता विपक्ष अजित पवार ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर की मांग
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स्पेशल डेस्क मैक्स महाराष्ट्र /मुंबई- प्राकृतिक आपदाओं के कारण जहां काजू के उत्पादन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है, वहीं व्यापारियों की मनमानी नीतियों के कारण किसानों के साथ अन्याय हो रहा है। काजू किसानों को काजू बीज का उचित मूल्य नहीं मिल रहा है। काजू उत्पादकों के शोषण को रोकने के लिए सरकार ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को पत्र लिखकर व्यापारियों की मनमानी नीति का दमन करते हुए 'काजू बीज' के लिए 160 रुपये के गारंटीशुदा मूल्य की घोषणा करने की मांग की है.
नेता विपक्ष अजीत पवार ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में कहा कि निचले कोंकण में ज्यादातर किसान काजू की पैदावार करते हैं। काजू बीज के दाम पिछले साल की तुलना में करीब 25 से 30 फीसदी तक कम हुए हैं। काजू के दाम जहां बढ़ रहे हैं, वहीं काजू बीज के दाम घट रहे हैं। पिछले साल 135 रुपये से 140 रुपये तक का रेट इस साल घटकर 100 रुपये से 105 रुपये पर आ गया है। काजू बीज खरीदने की व्यापारियों की नीति किसानों के साथ नाइंसाफी है। काजू उत्पादों को जलवायु परिवर्तन, श्रम लागत में वृद्धि, उर्वरक लागत में वृद्धि, कीट और रोग की लागत, जंगली जानवरों से नुकसान, आग और चोरों की चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि, कोंकण के काजू किसान मांग कर रहे हैं कि सरकार को काजू के लिए गारंटीकृत मूल्य की घोषणा करनी चाहिए। हालांकि, सरकार ने काजू उत्पादकों के शोषण को रोकने के लिए काजू बीज के लिए गारंटीकृत मूल्य की तत्काल घोषणा की मांग की है।