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फिर गरमाया लोकल का मुद्दा, लोकतंत्र में 90 प्रतिशत का ही अधिकार है - डॉ. जितेंद्र आव्हाड

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 डॉ. जितेंद्र आव्हाड (पूर्व मंत्री, विधायक, राकांपा)

ठाणे: कलवा में एसी लोकल के खिलाफ बिना किसी नेतृत्व के आम रेल यात्रियों के आंदोलन के बाद भविष्य में यह आंदोलन और तेज होने की संभावना जताई जा रही है। इस विषय पर कलवा के कई यात्रियों ने स्थानीय विधायक व पूर्व मंत्री डॉ. जितेंद्र आव्हाड के साथ बैठक की। इस बैठक के बाद आव्हाड ने कहा कि वह यह विरोध प्रदर्शन करेंगे। इस समय, जितेंद्र आव्हाड ने सभी सामान्य रेल यात्रियों की ओर से तीव्र आंदोलन की चेतावनी भी दी।



5 अगस्त को कलवा में एसी लोकल रोकने का प्रयास किया गया था। जितेंद्र आव्हाड ने इसको लेकर आवाज उठाई थी कि एसी लोकल ट्रेन बंद होनी चाहिए लेकिन रेलवे के महाप्रबंधक से मुलाकात कर एसी लोकल ट्रेन की जगह सामान्य लोकल चलाने की मांग की थी। वहीं शनिवार को मध्य रेलवे की ओर से शनिवार को जारी प्रेस विज्ञप्ति में भी कहा गया कि एसी लोकल ट्रेन सेवा को अच्छा प्रतिसाद मिल रहा है। लेकिन डीआरएम से हुई बातचीत का हवाला देते हुए कहा कि लोगों कितना एसी का इस्तेमाल 5 हजार से भी ज्यादा लोग नहीं करते है। लोकल की निजीकरण होने वाला है इसके लिए यह कोशिश की जा रही है।




जितेंद्र आव्हाड ने आज मुंब्रा में रेल यात्रियों के साथ ठाणे के मुंब्रा में बैठक की। कलवा क्षेत्र के लोगों से मुलाकात के बाद जितेंद्र आव्हाड ने कहा कि ने कहा कि मैं जिस स्थान पर रेल प्रशासन के अधिकारियों से मिलने गया था, उस स्थान पर मेरे बगल में सौ से अधिक बंदूकधारी खड़े थे। इस प्रकार लोकतंत्र में लोगों का एक प्रतिनिधि होता है। वह समय निकालकर अधिकारियों से मिलने गया तो मशीनगन से उन्हें डराने की कोशिश की। लेकिन डराने की कोशिश मत करो, आव्हाड ने कहा कि वो इससे डरने वाले नहीं है।




पुलिस को मशीनगनों के साथ तैनात किया जा रहा है, ये ट्रेन के यात्री हैं, आतंकवादी नहीं, यह महाराष्ट्र है, कश्मीर नहीं। बंदूक से पता चलता है कि बंदूक से कोई नहीं डरता। आपने एक बार बंदूक से गोली मारी? तो आव्हाड ने प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि एक बार एक गोली चलाई जाएगी और अगर एक को गोली लगी तो वह एक हजार गोलियां खाने के लिए सड़कों पर आ जाएंगे और आपके पास इतनी गोलियां नहीं होंगी। लोकतंत्र में सिर्फ 90 फीसदी मायने रखता है।


Updated : 4 Sep 2022 2:42 PM GMT
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