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​महाराष्ट्र भूषण सम्मान कार्यक्रम में अनियमितता के लिए शिंदे सरकार के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज करें:- नाना पटोले

​लाखों लोग चिलचिलाती धूप में जमीन पर और वीआईपी नेता एसी की ठंडी छांव में, यह कैसा न्याय? कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने एमजीएम अस्पताल जाकर पीड़ितों का लिया हाल।

​महाराष्ट्र भूषण सम्मान कार्यक्रम में अनियमितता के लिए शिंदे सरकार के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज करें:- नाना पटोले
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स्पेशल डेस्क मैक्स महाराष्ट्र /मुंबई- वरिष्ठ निरुपणकार डॉ. अप्पासाहेब धर्माधिकारी को महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार प्रदान करने का कार्यक्रम खराब ढंग से नियोजित किया गया था। इस वजह से कार्यक्रम में आए सदस्यों को भारी मुसीबतों का सामना करना पड़ा और लू लगने से 12 सदस्यों की मौत हो गई और 500 से अधिक पीड़ितों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। यह घटना बेहद दर्दनाक और शर्मनाक है। कार्यक्रम सरकार का था इसलिए लोगों की सुविधा की व्यवस्था करना सरकार की जिम्मेदारी थी लेकिन ऐसा नहीं किया गया। महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने मांग की है कि इस आयोजन में लापरवाही बरतने के लिए शिंदे सरकार के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया जाना चाहिए।

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने सोमवार को एमजीएम अस्पताल का दौरा किया और नवी मुंबई में खारघर की घटना में लू लगने से बीमार हुए लोगों के बारे में जानकारी ली। इस मौके पर मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि साल 2008 में नानासाहेब धर्माधिकारी को यह पुरस्कार मिला था। उस समय इस मैदान में इस बार से ज्यादा लोग जुटे थे। लेकिन कोई हादसा नहीं हुआ था. पटोले ने कहा कि इस घटना को टाला जा सकता था अगर अप्पासाहेब धर्माधिकारी को जनवरी में पुरस्कार की घोषणा के समय ही इस कार्यक्रम को आयोजित किया जाता, लेकिन शिंदे सरकार इस कार्यक्रम में एक बड़े नेता को लाना चाहते थे। उन्होंने कहा कि वीआईपी नेताओं के लिए वहां वातानुकूलित व्यवस्था को तैयार किया गया, लेकिन आम लोगों को कड़ी धूप में बैठने के लिए छोड़ दिया गया। भाजपा नेता सुधीर मुनगंटीवार का कहना है कि अप्पासाहेब ने खुद दोपहर में कार्यक्रम आयोजित करने की बात कही थी। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि वास्तव में सरकार में शामिल नेताओं ने अप्पासाहेब के भक्तों का उपयोग करके अपने राजनीतिक हितों को साधने की कोशिश की, लेकिन अब इस घटना के बाद अप्पासाहेब पर ही आरोप लगाने की हद तक गिर गए हैं।

पटोले ने कहा कि सरकार ने महाराष्ट्र भूषण कार्यक्रम के लिए 13 करोड़ रुपये खर्च किए लेकिन लोगों को नीचे बिठा दिया गया।यहां तक न तो ऊपर कोई शेड थी और न हीं नीचे बैठने के लिए चादर। यह सरकार द्वारा की गई हत्या है।अब लोग मांग कर रहे हैं कि इस सरकार पर गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया जाना चाहिए। अगर सरकार को जनता के प्रति थोड़ी सी भी जिम्मेदारी है तो उन्हें शर्म से खुद इस्तीफा दे देना चाहिए। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि हम इस घटना पर राजनीति नहीं कर रहे हैं।

अप्पासाहेब धर्माधिकारी को मानवता की सेवा के लिए महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार से सम्मानित किया गया। अप्पासाहेब कहते हैं 'मनुष्य एक जाति है और मानवता एक धर्म है'। लेकिन प्रदेश की शिंदे सरकार को श्रेय लेने की होड़ लगी है। उन्हें किसी की जान से कोई लेना देना नहीं है। अप्पासाहेब के चाहने वाले लाखों लोग इस आयोजन में कोंकण से आए थे। यह भयावह है कि सरकार ने खुद को एसी की छाया में सुरक्षित रखा और जनता को कड़ी धूप में छोड़ दिया । इस घटना से पूरे देश में महाराष्ट्र की बदनामी हुई है । जिन लोगों की मृत्यु हुई है, उनके नुकसान की भरपाई आर्थिक सहायता से नहीं हो सकती है। पटोले ने पूछा कि दिल्ली के वरिष्ठों का खुश रखने के लिए महाराष्ट्र को कितनी बार बदनाम किया जाएगा?

Updated : 17 April 2023 9:47 PM IST
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