कोई क्लीन चिट नहीं मिला है, मुझे नहीं पता कि किस आधार पर खबर दी गई- अजीत पवार
ओलावृष्टि से एक लाख एकड़ से अधिक किसानों की फसलों को पहुंचा है नुकसान, मेरी वजह से कौन खतरे में है? मैं कानून व्यवस्था, संविधान का पालन करने वाला व्यक्ति हूं...
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स्पेशल डेस्क मैक्स महाराष्ट्र /मुंबई- आज जो खबर आई उसमें कोई सच्चाई नहीं है, जांच चल रही है। कोई क्लीन चिट नहीं मिला है। पत्रकारों द्वारा पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए नेता विपक्ष अजीत पवार ने स्पष्ट बयान दिया कि उन्हें नहीं पता कि खबर किस आधार पर दी जा रही है।
कल तक ओलावृष्टि से किसानों को एक लाख एकड़ से अधिक का नुकसान हो चुका था। मौसम विभाग ने ओलावृष्टि और बेमौसम बारिश की संभावना जताई है। इससे ग्रीष्मकालीन फसलों को भारी नुकसान होगा। जो ओले बन रहे हैं, वे सचमुच बर्फ की परत जमा रहे हैं। इसलिए उन्होंने मंगलवार को मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री को पत्र लिखकर 50 हजार रुपये प्रति हेक्टेयर और बागों के लिए एक लाख रुपये प्रति हेक्टेयर देने की मांग की है। अजीत पवार ने कहा कि इस संबंध में आज उनकी बैठक हुई।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ऐसा बयान क्यों देते हैं? वह बयान महाविकास अघाड़ी में खाई पैदा कर सकता है। लेकिन मीडिया में जाने के बजाय उन्हें हमारे प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल या मुझसे, उद्धव ठाकरे से बात करनी चाहिए। क्या इससे निकलने का कोई रास्ता हो सकता है? एक तरफ से तालियां तो नहीं बजती हैं न? ऐसी खबरें आती हैं कि महाराष्ट्र में काम करने वाला (उस पार्टी का) कार्यकर्ता भी भ्रमित हो जाता है। इसलिए ऐसी चीजों पर रोक लगनी चाहिए। अजित पवार ने यह भी कहा कि महाविकास अघाड़ी की बैठक होने पर वह इन बातों को रखेंगे.
मैं कांग्रेस के तहत इस विषय पर बात नहीं करना चाहता। यह उनकी पार्टी का सवाल है। जिन्हें - अपनी पार्टी के अंदरूनी मामलों को अपने स्तर पर सुलझाना चाहिए। हमें सुझाव देने का कोई अधिकार नहीं है और अपनी नाक पोछने का कोई अधिकार नहीं है। लेकिन अजीत पवार ने भी राय व्यक्त की कि वह चाहते हैं कि गठबंधन चले। अगर किसी की जान को खतरा है और जो शिकायत करता है तो सरकार को सुरक्षा मुहैया करानी चाहिए। यदि यह गंभीर है, तो उसे स्टेनगनधारी सुरक्षा प्रदान की जानी चाहिए। क्या आपको लगता है कि मैं किसी के लिए खतरा हूं? पत्रकारों द्वारा पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए अजित पवार ने बताया कि वह कानून व्यवस्था को मानने वाले और संविधान को मानने वाले व्यक्ति हैं.
अंजलि दमानिया के ट्वीट पर अजीत पवार ने कमेंट करते हुए कहा कि मेरे जैसा छोटा कार्यकर्ता इतने बड़े व्यक्ति के बारे में क्या कहेगा.