नितेश राणे ने लिखा मुख्यमंत्री को पत्र, अगर अंधा धृतराष्ट्र गद्दी पर हो तो कौरवों का चलेगा मनमानी शासन
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मुंबई: भाजपा विधायक नितेश राणे का मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के एक पत्र ने फिर से मुंबई ही नहीं महाराष्ट्र की राजनीति के गलियारे मर्म माहौल को का रुख कर दिया। नितेश राणे के पत्र पर शिवसेना या मुख्यमंत्री की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आयी है। क्या लिखा है नितेश राणे ने पत्र में हम बताते है आपको यदि कोई अंधा धृतराष्ट्र गद्दी पर बैठा हो तो कौरव अपनी मर्जी से शासन करते हैं। मुंबई की मौजूदा स्थिति को देखते हुए कोई भी परेशान हो सकता है।
अपराध और भ्रष्टाचार का साम्राज्य आम मुंबईकरों की दहलीज पर पहुंच गया है। चूंकि आप भी मुंबई के रहने वाले हैं, इसलिए एक न एक दिन ढुलमुल प्रशासन की दहलीज लांघने लगी है। गुरुवार, 9 जून को हुआ, जब उनके आवास से कुछ ही दूरी पर बांद्रा के पश्चिम शास्त्री नगर में एक अवैध इमारत ढह गई। कम से कम 17 लोग अपनी जिंदगी की जंग लड़ रहे हैं और एक 40 वर्षीय युवक की मौत हो गई। उन परिवारों के साथ जो हुआ, उसने मुंबई को झकझोर कर रख दिया। लेकिन राज्य के मुख्यमंत्री होने के बाद वहां नहीं गए और ना इस पूरे मामले पर किसी प्रशासनिक अधिकारी सवाल पूछने की जहमत भी नहीं उठाई।
आप जानते हैं कि उन बेगुनाहों के खून ने आपके शासक शिवसैनिकों के हाथों पर दाग लगा दिया है। सत्ता की लालसा, अधिक वोटों की लालसा घातक है। आपके नगरसेवक मुंबई से बाहर के लोगों के नाम पर अनधिकृत निर्माण की अनुमति दे रहे हैं। मुंबई में 14 फीट से ऊपर के बड़े निर्माण पर रोक है। हालांकि सत्ता पक्ष और प्रशासन की मेहरबानी के चलते ये निर्माण रोजाना शुरू हो रहे हैं। अनधिकृत निर्माण बढ़ रहे हैं।
इसलिए लोगों की जान से खेलकर वहां दो मंजिला मलिन बस्तियां बनाई जा रही हैं, जिनमें अनाधिकृत निर्माणों को बार-बार तोड़ा जाता है, जिसमें लोगों की जान जा रही है। लेकिन आप शांति की इस परीक्षा को खुली आंखों से देख रहे हैं। इससे आपके द्वारा बनाई गई असंवेदनशील मुख्यमंत्री की छवि आम आदमी को परेशान कर रही है।