ड्रैगन रच रहा है बड़ी साजिश, हिमाचल के CM बोले- चीन अपने बॉर्डर क्षेत्र में इंफ्रास्ट्रक्चर को कर रहा है मजबूत, केंद्र को करेंगे सूचित
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मुंबई : अपने बॉर्डर क्षेत्र में इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत कर रहा है। वह सड़कों का निर्माण कर हम से ज्यादा ऊंचाई पर अपना निगरानी क्षेत्र बनाना चाहता है। इस बात को लेकर हम केंद्र को सूचित करेंगे: हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पूर्वी लद्दाख में चीन में सालभर से चले आ रहे सीमा विवाद के बीच हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सोमवार को बेहद ही महत्वपूर्ण जानकारी दी है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि चीन भारत के साथ लगने वाली तिब्बत सीमा पर इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ा रहा है। यह जानकारी वह केंद्र सरकार के साथ साझा करेंगे।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा, ''यह सच है कि चीन तिब्बत से सटे हमारी सीमा क्षेत्र में अपने बुनियादी ढांचे को मजबूत करने की लगातार कोशिशें कर रहा है। हम केंद्र को इस संदर्भ में जानकारी देंगे। चीन ने हम से अधिक ऊंचाई पर सड़क मार्ग से कुछ निगरानी रखने वाली गतिविधियां भी शुरू की है।'' जयराम ठाकुर ने लाहौल स्पीति जिले के शामडो में भारत-चीन सीमा क्षेत्र का दौरा किया है। ठाकुर ने कहा कि पिछले साल चीनी हेलीकॉप्टरों द्वारा राज्य की हवाई सीमा का कथित उल्लंघन किए जाने पर, सीमा के करीब सड़कें बनाने समेत कुछ निर्माण गतविधियों की जानकारी मिलने के बाद वह सीमावर्ती क्षेत्र गए थे।
दरअसल, मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर कांग्रेस की हिमाचल प्रदेश इकाई अध्यक्ष कुलदीप राठौड़ के उन आरोपों के बीच मीडिया से बातचीत कर रहे थे, जिसमें आरोप लगाया था कि चीन की निर्माण गतिविधियों से ग्रामीणों में असुरक्षा की भावना है। जयराम ठाकुर ने सभी आरोपों से इनकार करते हुए कांग्रेस नेता से सीमा संबंधित मुद्दे पर राजनीति न करने का आह्वान किया।
पिछले साल अप्रैल से ही भारत और चीन के बीच एलएसी पर विवाद जारी है। हालांकि, कई दौर की वार्ता और बैठकों के बाद विवाद में कुछ कमी जरूर आई है, लेकिन अभी भी दोनों देशों के बीच स्थितियां ठीक नहीं हैं। पिछले शुक्रवार को ही सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने कहा था कि पूर्वी लद्दाख में सभी घर्षण और गंभीर बिंदुओं पर पूरी तरह से विघटन और बातचीत के बिना कोई डी-एस्केलेशन नहीं हो सकता है। साथ ही उन्होंने ये भी कहा था कि भारतीय सेना इस क्षेत्र में किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए पूर्ण रूप से तैयार है। न्यूज एजेंसी पीटीआई को दिए एक साक्षात्कार में, जनरल नरवणे ने बताया कि भारत पूर्वी लद्दाख में अपने दावों की पवित्रता सुनिश्चित करने के लिए चीन के साथ दृढ़ संकल्पित है। और भारत इसी के अनुरूप व्यवहार भी कर रहा है।