एनसीपी विधायक रोहित पवार द्वारा आयोजित स्वराज्यध्वज यात्रा का गुजरात के द्वारकाधीश मंदिर और महाराजा गायकवाड के लक्ष्मी पैलेस में स्वागत
महाराष्ट्र के एनसीपी के प्रसिद्ध युवा विधायक रोहित पवार द्वारा परिकल्पित स्वराज्य ध्वज पूजन यात्रा नें कल यात्रा के १८ वे दिन गुजरात राज्य में प्रवेश किया। दिनबदिन इस स्वराज्य ध्वज यात्रा की यशस्विता बढती जा रहीं हैं । महाराष्ट्र के २५ जिलों से गुजर चुकी इस स्वराज ध्वज मुहिम की यात्रा अब महाराष्ट्र के बाहरी राज्यों से भी हो रही हैं । इसी दरमियान यह स्वराज ध्वज यात्रा कल गुजरात पहुँची । गुजरात के सुप्रसिद्ध द्वारका शहर स्थित विख्यात जगत मंदिर तथा द्वारकाधीश मंदिर में स्वराज्य ध्वज लेकर अनुयायी पहुंचे जहां ध्वज पूजन किया गया। पुराणों की मान्यता के अनुसार भगवान श्रीकृष्ण की यह नगरी में बसा जगत मंदिर २५०० सालों से भी प्राचीन हैं । द्वारका शहर भारतीय चार धामों में एक माना जाता हैं ।
ध्वज पूजन जगत मंदिर में करने के बाद ध्वज को वडोदरा शहर में महाराजा सयाजीराव खंडेराव गायकवाड (तृतीय) के निवासस्थान यानी लक्ष्मी विलास पैलेस में सन्मानित किया गया । वहां स्वागत हेतु एनसीपी के स्थानीय पदाधिकारी प्रकाश यादव पाटिल- गुजरात प्रदेश उपाध्यक्ष, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी तथा राष्ट्रीय उपाध्यक्, भारतीय मराठा महासंघ, कोकिला पवार- गुजरात महिला प्रमुख, भारतीय मराठा महासंघ, विकास मोहिते- वडोदरा जिला महामंत्री, राकांपा तथा वडोदरा जिला अध्यक्ष, भारतीय मराठा महासंघ, प्रदीप मोरे- वडोदरा कार्याध्यक्ष, भारतीय मराठा महासंघ उपस्थित रहे ।
अहमदनगर जिले के कर्जत स्थित सद्गुरु संत श्री गोदड महाराज के मंदिर में गत सप्ताह गुरुवार को, 9 सितंबर की सुबह ध्वजपूजन के साथ इस यात्रा का शुभारंभ हुआ था। एनसीपी विधायक रोहित पवार के हातों ध्वजपूजन के बाद स्वराज्य ध्वज यात्रा शुरू की गई थी। अब तक महाराष्ट्र के २५ जिलोंसे औ चार राज्यों से गुजरी स्वराज्य ध्वज यात्रा 12,000 किलोमीटर का सफर तय कर महाराष्ट्र लौटेंगी। महाराष्ट्र के कुल 36 जिलों, भारत के 6 राज्यों, और 74 प्रेरणा स्थानों पर जाने के बाद ये यात्रा दशहरा के शुभ अवसर पर महाराष्ट्र लौटेगी। उसके बाद अहमदनगर में 74 मीटर लंबा भगवा झंडा लहराया जाएगा। शायद ये देश ही नहीं बल्कि दुनिया का सबसे ऊंचा झंडा होगा।
सभी जिलों और शहरों में स्वराज्य ध्वज यात्रा का उत्साहपूर्ण स्वागत किया जा रहा हैं। स्वराज्य ध्वज सभी जातियों और धर्मों के लोगों का ध्वज है और इस यात्रा का आयोजन महाराष्ट्र और छत्रपती शिवाजी महाराज द्वारा स्थापित स्वराज्य के गौरवशाली इतिहास के बारे में सभी देशवासी अवगत हो इस लिए किया गया है, यह बात विधायक रोहित पवार ने स्पष्ट कि हैं। यह ध्वज यात्रा अगले २६ दिनों तक जारी रहेगी, और लोग इसमें खुद होकर शामील हो रहे है। इस यात्रा के दौरान कोरोना नियमों का सख्ती से पालन करने की सूचनाएँ दी गई है, ऐसी जानकारी भी रोहीत पवार ने दी है।
महाराष्ट्र के खर्डा में छत्रपती शिवाजी महाराज द्वारा स्थापित हिंदवी स्वराज की सबसे बडी लडाई निजाम के खिलाफ हुई। इस लडाई में स्वराज को महान जीत हासिल हुई। अहमदनगर के शिवपट्टण किले पर यह लडाई हुई थी। किले का ऐतिहासिक महत्व को समझते हुए रोहित पवार ने इस क्षेत्र को एक नई पहचान देने का फैसला किया है और महाराष्ट्र का गौरव बढ़ाने के कारण उन्हों ने स्वराज्य का भगवा झंडा अपने कंधों पर उठा लिया है। इसी प्रेरणा से दुर्ग परिसर में भव्य ध्वजारोहण किया जाएगा और देशभक्ति की अपार ऊर्जा देने वाले शौर्य के प्रतीक 74 मीटर ऊंचे भगवा ध्वज को फहराया जाएगा। यह स्वराज्य ध्वज पूजन यात्रा लोगों की पूर्ण भागीदारी और सहयोग से होगी। ऐसा विश्वास रोहित पवार ने व्यक्त किया है।
स्वराज्य ध्वज कार्यक्रम में भाग लेने के https://rohitpawar.org/swarajyadhwaj इस वेबसाइट का लाँच भी किया गया है, साथ ही 9696330330 इस नंबर को भी जारी किया गया है।