राहुल गांधी की सजा पर रोक, सत्य की जीत और तानाशाही रवैये पर करारा तमाचा है:- नाना पटोले
राहुल गांधी को मिली सांत्वना , ' नफरत के बाजार में मोहब्बत की जीत'। कांग्रेस देश में तानाशाही ताकतों के सामने न झुकी है और न झुकेगी। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद कांग्रेस ने पूरे प्रदेश में मिठाई बांटकर जश्न मनाया.
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स्पेशल डेस्क मैक्स महाराष्ट्र /मुंबई- कांग्रेस पार्टी सुप्रीम कोर्ट द्वारा पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की सजा पर रोक लगाने के फैसले का स्वागत करती है। यह सच्चाई की जीत है और देश में तानाशाही रवैए को बढ़ावा देने वालों के मुंह पर करारा तमाचा है। कांग्रेस पार्टी तानाशाही और मनमाना शासन चला रहे ताकतों के खिलाफ डटकर खड़ी है और आगे भी रहेगी । राहुल गांधी के खिलाफ झूठी शिकायत दर्ज कर उन्हें सजा दी गई थी लेकिन सुप्रीम कोर्ट के फैसले से साबित हो गया है कि देश में न्यायपालिका आज भी जिंदा है। महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नाना पटोले ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि राहुल गांधी की सजा पर रोक सत्य की जीत है और तानाशाही रवैये पर करारा प्रहार है।
इस संबंध में शुक्रवार को मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने आगे कहा कि देश देख रहा है कि केंद्र की बीजेपी सरकार पिछले 9 सालों से विपक्ष की आवाज को दबाने के लिए सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग कर रही है। हमारे नेता राहुल गांधी लगातार केंद्र की मोदी सरकार से सवाल पूछ रहे थे। इस वजह से मोदी सरकार की काफी किरकिरी हो रही थी । राहुल गांधी ने पीएम मोदी और उद्योगपति अदानी के रिश्तों को लेकर भी सदन में पर्दाफाश किया था। ऐसे में हमारे नेता के खिलाफ बीजेपी ने एक साज़िश रचने के बाद राहुल गांधी की सांसदी को रद्द करवा दिया। इस फैसले के 24 घंटे के भीतर हमारे नेता को सरकारी आवास खाली करने का भी फरमान सुना दिया गया। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष को झूठे मामले में फंसा कर ओबीसी समाज को भी बदनाम करने का प्रयास किया गया । ओबीसी समाज मेहनत करने वाला स्वाभिमानी समाज है। ललित मोदी और नीरव मोदी जैसे लोग देश का पैसा लूट कर विदेश भाग गए हैं लेकिन सरकार ने इन लोगों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है। इसकी जगह बीजेपी ने एक साजिश के तहत मोदी सरनेम के नाम पर ओबीसी समाज को चोर ठहराने की कोशिश की लेकिन सुप्रीम कोर्ट के फैसले से यह साजिश विफल हो गई है।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि जब भाजपा सांसद के खिलाफ बलात्कार और हत्या जैसे गंभीर अपराध दर्ज किए जाते हैं तो उन पर कोई कार्रवाई नहीं होती है, लेकिन विपक्षी दलों के नेताओं के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जाती है। कर्नाटक में एक चुनावी सभा में दिए गए बयान के आधार पर गुजरात के सूरत कोर्ट में शिकायत दर्ज की गई है. और इसके आधार पर राहुल गांधी की सांसदी रद्द कर दी गई। लेकिन सुप्रीम कोर्ट का फैसला हमारे नेता के खिलाफ भाजपा की साजिश को उजागर करने के लिए पर्याप्त है। चूंकि राहुल गांधी देश भर में मोदी सरकार से सीधे टकराने वाले नेता हैं, इसलिए उन्हें राजनीति से बाहर करने के लिए यह सब किया गया, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने इस तानाशाही रवैये पर करारा तमाचा जड़ दिया है। नाना पटोले ने यह भी कहा कि कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी देश में तानाशाही रवैये के खिलाफ लड़ाई जारी रखेंगे ।
राहुल गांधी की सजा को स्थगित करने के फैसले पर कांग्रेस पार्टी के विधायकों ने विधान भवन की सीढ़ियों पर अपनी खुशी जाहिर की। साथ ही राज्य भर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पटाखे फोड़कर और मिठाइयां बांटकर जश्न मनाया।