छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस पर स्लीपिंग पॉड्स की सुविधा शुरू
मध्य रेल की पहल से गैर-किराया राजस्व में वृद्धि के साथ आधुनिक यात्री सुविधाएं
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मुंबई: मध्य रेल ने गैर-किराया राजस्व के माध्यम से नई पहल की है। इससे यात्रियों को फायदा हो रहा है और रेलवे को राजस्व भी मिल रहा है। इसी प्रयास में अब मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस में यात्रियों के लिए एक पॉड होटल खोला गया है। छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस रेलवे स्टेशन पर पॉड होटल को NINFRIS न्यू इनोवेटिव नॉन फेयर रेवेन्यू इनकम स्कीम के तहत विकसित किया जा रहा है। इसे सीएसएमटी, मुंबई में यात्रियों को अधिक आराम और सस्ता रहने का विकल्प देने के लिए खोला गया है।
छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस रेल स्टेशन की मेन लाइन पर वेटिंग रूम के पास स्थित है। 30 सिंगल पॉड, 6 डबल पॉड और 4 फैमिली पॉड सहित कुल 40 पॉड हैं। यह उत्तम दर्जे का वातानुकूलित आवास पॉड होटल पूर्ण गोपनीयता, मोबाइल चार्जिंग सुविधा, लॉकर रूम सुविधा, फायर अलार्म, इंटरकॉम, डीलक्स शौचालय और बाथरूम आदि प्रदान करेगा। इन पॉड्स की बुकिंग फिजिकल मोड (रिसेप्शन पर) और मोबाइल के माध्यम से ऑनलाइन की जा सकती है।
सीएसएमटी में स्लीपिंग पॉड्स जो कल (दिनांक 1.7.2022) खोला गया था, उन्हें अच्छी प्रतिसाद मिल रहा है, श्री अमन सुखनंदन, एक आईटी डेवलपर जो कि उपलर्स में काम कर रहे हैं, बिलासपुर, छत्तीसगढ़ से गोवा के लिए अपने ट्रांजिट पर स्लीपिंग पॉड में ठहरे ने कहा, " रेलवे द्वारा खोली गई यह अद्भुत सुविधा है, सस्ती दर पर विश्व स्तरीय सुविधाएं प्रदान करती है और मुझे एक सुखद आराम देती है।"
मध्य रेल ने स्लीपिंग पॉड्स के विकास और संचालन का ठेका नमह: इंटरप्राइजेज को पांच साल की अवधि के लिए 10,07,786 रुपये प्रति वर्ष की लाइसेंस फीस पर दिया था और रेलवे को 55.68 लाख रुपये का राजस्व प्राप्त होगा। रेलवे ने सिर्फ 131.61 वर्ग मीटर जगह उपलब्ध कराई है, जिसमें यात्रियों को आरामदेह रहने के लिए सभी आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं,जो टर्मिनस के पास ठहरना चाहते हैं।
वित्तीय वर्ष 2021-22 में गैर-किराया राजस्व सृजन में सभी क्षेत्रीय रेलवे में नंबर एक हासिल करने वाली मध्य रेल ने इस साल पहले तीन महीनों में, यानी अप्रैल से जून 2022 तक एनएफआर के माध्यम से नई पहल की है, और अप्रैल से जून 2021 के दौरान 1.89 करोड़ रुपये के मुकाबले 14.10 करोड़ रुपये अर्जन किये हैं , जिसमें 646% की अविश्वसनीय वृद्धि हुई है। यात्रियों को अधिक आराम देने के लिए विभिन्न गैर-किराया राजस्व अवधारणाएं जैसे हाइब्रिड ओबीएचएस अनुबंध, डिजिलॉकर, पर्सनल केयर सेंटर, ई-बाइक, ई-चार्जिंग पॉइंट, कंटेंट ऑन डिमांड, कन्वर्सेशन ऑन मूव आदि शुरू किए गए हैं।
गैर-किराया राजस्व के तहत ऐसी कई और पहल की जा रही हैं जिससे यात्रियों को लाभ होगा और रेलवे को राजस्व भी मिलेगा। गैर-किराया राजस्व के तहत ऐसी कई और पहल की जा रही हैं जिससे यात्रियों को लाभ होगा और रेलवे को राजस्व भी मिलेगा। इसी तरह की पहल आईआरसीटीसी द्वारा पिछले साल मुंबई सेंट्रल, पश्चिम रेलवे में शुरू की गई थी।